
Edited by अनिल कुमार | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Oct 19, 2021, 1:04 PM
Jammu and Kashmir News Today : भारतीय खुफिया एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान ने कश्मीर के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और प्रवासी मजदूरों पर हमला कर उनके भीतर डर पैदा करने की रणनीति पर काम कर रहा है।
कश्मीर के कुलगाम में 3 बिहारी मजदूरों को आतंकियों ने मारी गोली, 2 की मौत
हाइलाइट्स
- कश्मीर में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के आइडिया पर काम कर रहा पाकिस्तान
- ISI समर्थित आतंकी संगठन ने घाटी में 200 लोगों की डिटेल के साथ बनाई लिस्ट
- TFR ने पिछले महीने घाटी में बाहरी लोगों को निशाना बनाने वाले बटवाएं थे पर्चे
जम्मू-कश्मीर में आतंकी पिछले 15 दिनों में 5 मुस्लिमों समेत 11 आम लोगों की हत्या कर चुके हैं। अब खबर है कि कश्मीर घाटी में आतंकियों के आकाओं ने गैर मुस्लिमों को मारने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए स्थानीय दशहतगर्दों को गैर मुस्लिमों के नाम तक दिए जा रहे हैं। पाकिस्तान स्थानीय आतंकियों को गैर मुस्लिमों को निशाना बनाने का निर्देश दे रहा है।
बाहरी के साथ स्थानीय अल्पसंख्यक भी निशाने पर
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में घाटी में गैर मुस्लिमों के नाम आतंकियों को देने की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि कुछ गैर मुस्लिमों के नाम स्थानीय आतंकियों को दिए गए हैं और हम उन लोगों को सुरक्षित रखने में कामयाब होंगे। मौजूदा समय में घाटी में 3 से 4 लाख बाहरी लोग रह रहे हैं। आतंकी न सिर्फ बाहरियों बल्कि स्थानीय अल्पसंख्यकों को भी निशाना बना रहे हैं। इसमें स्थानीय लोगों के साथ ही बिहार-यूपी के प्रवासी मजदूर भी शामिल हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान ने कश्मीर के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और प्रवासी मजदूरों के भीतर डर पैदा करने की रणनीति पर काम कर रहा है।
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अल्पसंख्यकों की हत्या से दो उद्देश्य पूरे कर रहा ISI
एक शीर्ष खुफिया अधिकारी ने कहा कि यह आईएसआई के लिए दो उद्देश्य पूरा करता है। इसमें पहला कश्मीरी आबादी को आतंकवाद की ओर आकर्षित करना है। दूसरा, प्रवासियों और अल्पसंख्यक समुदाय के शेष सदस्यों को घाटी से बाहर निकालना है। इस तरह की टारगेट कर की जा रही हिंसा से कश्मीर का पर्यटन उद्योग भी प्रभावित होगा। अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद कानून -व्यवस्था की स्थिति नहीं बिगड़ने से आईएसआई परेशान हो गई थी। ऐसे में उन्होंने परेशानी पैदा करने के लिए विभिन्न तरीकों की कोशिश की।
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सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आया आइडिया
श्रीनगर के मुख्य बाजार हुजूरी बाग में फार्मेसी के मालिक एमएल बिंदरू और 2 अक्टूबर को बटमालो में एक मुस्लिम व्यक्ति की हत्या ने पूरे देश की मीडिया का ध्यान अपनी तरख खींचा। खुफिया अधिकारी ने कहा, “इससे पाकिस्तान को क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आइडिया आया। आतंकियों ने पिछले एक पखवाड़े में पांच मुसलमानों समेत 11 लोगों की हत्या की है। ताजा हमला तीन बिहारी मजदूरों पर रविवार शाम कुलगाम में किया गया।
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एनकाउंटर में 8 सैनिक हो चुके हैं शहीद
खुफिया अधिकारी ने कहा कि हाल ही में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में आठ भारतीय सैनिकों की हत्या, पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार से पाकिस्तानी सेना की भूमिका का संकेत है। पाकिस्तान आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर में घुसने में मदद करता है।
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नया आतंकी संगठन और 200 लोगों की हिट लिस्ट
टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि खुफिया एजेंसियों पाकिस्तान समर्थित एक नए आतंकी संगठन को लेकर अलर्ट किया था। इसमें बताया गया था कि यह ग्रुप सेना, उनके करीबियों, सरकार के करीबी मीडियाकर्मियों, घाटी में गैर-कश्मीरी, राजनेताओं और बिजनसमैनों भविष्य में होने वाले हमलों की जिम्मेदारी ले सकता है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि आईएसआई समर्थित ग्रुप ने 200 लोगों और उनकी गाड़ियों की डिटेल समेत हिट लिस्ट बनाई है। खबर है कि आईएसआई के शीर्ष अधिकारियों ने सितंबर के आखिरी सप्ताह में विभिन्न आतंकियों संगठनों के मुखियाओं के साथ मीटिंग की थी।
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RSS, बीजेपी से जुड़े बाहरी लोग भी निशाने पर
रिपोर्ट में बताया गया था कि घाटी में आरएसएस और भाजपा से जुड़े गैर-स्थानीय लोग भी निशाने पर हैं। खुफिया अलर्ट के अनुसार घाटी में टारगेट किलिंग नॉन लिस्टेड कैडरों और ओवरग्राउंड वर्कर की तरफ से की जा सकती हैं। हत्याओं के लिए आवश्यक हथियार (छोटे हथियार) और विस्फोटक (हथगोले) की तस्करी एलओसी के पार उरी और तंगधार सेक्टरों में की जा रही है। अलर्ट में घाटी के अंदर और बाहर सभी पुलिस बलों और सुरक्षा इकाइयों को आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई थी।
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‘कैसे नॉन लोकल को टारगेट करना है’, घाटी में बंटवाए थे पर्चे
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने पिछले साल लश्कर के सहयोगी संगठन के रूप में द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) खड़ा किया था। कश्मीर में हाल ही में हुए कई हमलों की जिम्मेदारी इसी संगठन ने ली है। एक महीने पहले टीएफआर की तरफ से पर्चे बटवाएं गए थे। इसमें बताया गया था कि घाटी में ‘कैसे नॉन लोकल को टारगेट करना है’। इसमें घाटी में बाहरी लोगों का पूरी तरह से बॉयकॉट करने की बात कही गई थी। इसमें उन लोगों और अधिकारियों को भी निशाना बनाने की बात कही गई थी जो बाहरी लोगों डोमोसाइल सर्टिफिकेट बनवाने में मदद कर रहे हैं।
(इनपुट : टाइम्स न्यूज नेटवर्क)
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Web Title : intelligence agencies said pakistan revived strategy attacking kashmir minority community migrant workers create fear
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Edited by अनिल कुमार | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Oct 19, 2021, 1:04 PMJammu and Kashmir News Today : भारतीय खुफिया एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान ने कश्मीर के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और प्रवासी मजदूरों पर हमला कर उनके भीतर डर पैदा करने की रणनीति पर काम कर रहा है। कश्मीर के कुलगाम में 3 बिहारी मजदूरों को आतंकियों ने मारी गोली, 2 की मौतहाइलाइट्सकश्मीर में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के आइडिया पर काम कर रहा पाकिस्तानISI समर्थित आतंकी संगठन ने घाटी में 200 लोगों की डिटेल के साथ बनाई लिस्टTFR ने पिछले महीने घाटी में बाहरी लोगों को निशाना बनाने वाले बटवाएं थे पर्चेनई दिल्लीजम्मू-कश्मीर में आतंकी पिछले 15 दिनों में 5 मुस्लिमों समेत 11 आम लोगों की हत्या कर चुके हैं। अब खबर है कि कश्मीर घाटी में आतंकियों के आकाओं ने गैर मुस्लिमों को मारने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए स्थानीय दशहतगर्दों को गैर मुस्लिमों के नाम तक दिए जा रहे हैं। पाकिस्तान स्थानीय आतंकियों को गैर मुस्लिमों को निशाना बनाने का निर्देश दे रहा है। बाहरी के साथ स्थानीय अल्पसंख्यक भी निशाने परहिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में घाटी में गैर मुस्लिमों के नाम आतंकियों को देने की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि कुछ गैर मुस्लिमों के नाम स्थानीय आतंकियों को दिए गए हैं और हम उन लोगों को सुरक्षित रखने में कामयाब होंगे। मौजूदा समय में घाटी में 3 से 4 लाख बाहरी लोग रह रहे हैं। आतंकी न सिर्फ बाहरियों बल्कि स्थानीय अल्पसंख्यकों को भी निशाना बना रहे हैं। इसमें स्थानीय लोगों के साथ ही बिहार-यूपी के प्रवासी मजदूर भी शामिल हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान ने कश्मीर के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और प्रवासी मजदूरों के भीतर डर पैदा करने की रणनीति पर काम कर रहा है।कश्मीर में बिहारियों की आपबीती: ‘आतंकियों ने आधार मांगा, पता देखा और बरसा दीं गोलियां’अल्पसंख्यकों की हत्या से दो उद्देश्य पूरे कर रहा ISIएक शीर्ष खुफिया अधिकारी ने कहा कि यह आईएसआई के लिए दो उद्देश्य पूरा करता है। इसमें पहला कश्मीरी आबादी को आतंकवाद की ओर आकर्षित करना है। दूसरा, प्रवासियों और अल्पसंख्यक समुदाय के शेष सदस्यों को घाटी से बाहर निकालना है। इस तरह की टारगेट कर की जा रही हिंसा से कश्मीर का पर्यटन उद्योग भी प्रभावित होगा। अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद कानून -व्यवस्था की स्थिति नहीं बिगड़ने से आईएसआई परेशान हो गई थी। ऐसे में उन्होंने परेशानी पैदा करने के लिए विभिन्न तरीकों की कोशिश की।आतंकियों के खूनी खेल पर श्रीनगर में उबाल, TRF के खिलाफ फूटा सिखों का गुस्सासांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आया आइडियाश्रीनगर के मुख्य बाजार हुजूरी बाग में फार्मेसी के मालिक एमएल बिंदरू और 2 अक्टूबर को बटमालो में एक मुस्लिम व्यक्ति की हत्या ने पूरे देश की मीडिया का ध्यान अपनी तरख खींचा। खुफिया अधिकारी ने कहा, “इससे पाकिस्तान को क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आइडिया आया। आतंकियों ने पिछले एक पखवाड़े में पांच मुसलमानों समेत 11 लोगों की हत्या की है। ताजा हमला तीन बिहारी मजदूरों पर रविवार शाम कुलगाम में किया गया।भारतीय सेना ने 13 मुठभेड़ों में 14 कश्मीरी आतंकियों का किया सफाया, पाकिस्तान आगबबूलाएनकाउंटर में 8 सैनिक हो चुके हैं शहीदखुफिया अधिकारी ने कहा कि हाल ही में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में आठ भारतीय सैनिकों की हत्या, पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार से पाकिस्तानी सेना की भूमिका का संकेत है। पाकिस्तान आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर में घुसने में मदद करता है।क्या रद्द होगा भारत-पाक मैच? केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा- पाकिस्तान के साथ मैच खेलने पर पर फिर से विचार होनया आतंकी संगठन और 200 लोगों की हिट लिस्टटाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि खुफिया एजेंसियों पाकिस्तान समर्थित एक नए आतंकी संगठन को लेकर अलर्ट किया था। इसमें बताया गया था कि यह ग्रुप सेना, उनके करीबियों, सरकार के करीबी मीडियाकर्मियों, घाटी में गैर-कश्मीरी, राजनेताओं और बिजनसमैनों भविष्य में होने वाले हमलों की जिम्मेदारी ले सकता है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि आईएसआई समर्थित ग्रुप ने 200 लोगों और उनकी गाड़ियों की डिटेल समेत हिट लिस्ट बनाई है। खबर है कि आईएसआई के शीर्ष अधिकारियों ने सितंबर के आखिरी सप्ताह में विभिन्न आतंकियों संगठनों के मुखियाओं के साथ मीटिंग की थी।Patna News : ‘कश्मीर किंलिंग्स’ पर बिहार में सियासी संग्राम, कांग्रेस-RJD ने केंद्र को कोसाRSS, बीजेपी से जुड़े बाहरी लोग भी निशाने पररिपोर्ट में बताया गया था कि घाटी में आरएसएस और भाजपा से जुड़े गैर-स्थानीय लोग भी निशाने पर हैं। खुफिया अलर्ट के अनुसार घाटी में टारगेट किलिंग नॉन लिस्टेड कैडरों और ओवरग्राउंड वर्कर की तरफ से की जा सकती हैं। हत्याओं के लिए आवश्यक हथियार (छोटे हथियार) और विस्फोटक (हथगोले) की तस्करी एलओसी के पार उरी और तंगधार सेक्टरों में की जा रही है। अलर्ट में घाटी के अंदर और बाहर सभी पुलिस बलों और सुरक्षा इकाइयों को आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई थी।मारा गया तो भी कश्मीर भारत का… बदल गया फारूक का दिल या कुछ और? कश्मीरी नेताओं के रिकॉर्ड तो देखिए’कैसे नॉन लोकल को टारगेट करना है’, घाटी में बंटवाए थे पर्चेपाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने पिछले साल लश्कर के सहयोगी संगठन के रूप में द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) खड़ा किया था। कश्मीर में हाल ही में हुए कई हमलों की जिम्मेदारी इसी संगठन ने ली है। एक महीने पहले टीएफआर की तरफ से पर्चे बटवाएं गए थे। इसमें बताया गया था कि घाटी में ‘कैसे नॉन लोकल को टारगेट करना है’। इसमें घाटी में बाहरी लोगों का पूरी तरह से बॉयकॉट करने की बात कही गई थी। इसमें उन लोगों और अधिकारियों को भी निशाना बनाने की बात कही गई थी जो बाहरी लोगों डोमोसाइल सर्टिफिकेट बनवाने में मदद कर रहे हैं।(इनपुट : टाइम्स न्यूज नेटवर्क)Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐपलेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें Web Title : intelligence agencies said pakistan revived strategy attacking kashmir minority community migrant workers create fearHindi News from Navbharat Times, TIL Network
