हेल्थ इंश्योरेंस कराते समय कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी के बारे में जान लें सब कुछ, टर्म और कंडीशन में छिपा होता है असली खेल

हेल्थ इंश्योरेंस कराते समय कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी के बारे में जान लें सब कुछ, टर्म और कंडीशन में छिपा होता है असली खेल

news image

अगर आप कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते हैं तो उसके अंदर क्या-क्या कवर होता है और क्या नहीं, इस पर ध्यान देने की आवश्कता होती है।

स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी आपके इलाज का खर्च बचाकर आपकी सेविंग्स की भी रक्षा करती है। हालांकि, जिस तरह से स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ रहा है, उससे आपका बीमा कवर कम पड़ सकता है। ऐसे में आप दुविधा में पड़ सकते हैं कि आपको इस इंश्योरेंस की किस हद तक जरूरत है और कौन सा हेल्थ इंश्योरेंस लेना आपके लिए बेहतर होगा। अगर आप कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते हैं तो उसके अंदर क्या-क्या कवर होता है और क्या नहीं, इस पर ध्यान देने की आवश्कता होती है। हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर क्या-क्या बातें आपको जान लेनी चाहिए, ये हम आपको बताने जा रहे हैं।

हेल्थ इंश्योरेंस के फायदे

हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आपके पास होने पर किसी भी आपात स्थिति में आपकी सेविंग्स बच सकती हैं। मेडिकल पर होने वाला खर्च काफी बढ़ चुका है, दवाइय़ों के दाम हों या सर्जरी पर आने वाला खर्च.. ये सब काफी महंगा हो चुका है। ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस से आपको काफी मदद मिल सकती है। इसके अलावा, आप कैशलेस इलाज करा सकते हैं यानी, आपको अपनी जेब से कोई पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसके जरिए आपको टैक्स में छूट भी मिल सकती है।

इन बातों पर दें ध्यान

हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते वक्त आपको ध्यान रखना है कि कैशलेस ट्रीटमेंट कौन सी पॉलिसी में मिल रहा है। साथ ही इसके टर्म एंड कंडीशन को अच्छी तरह से समझ लेने की जरूरत होती है। इसके अलावा, आपको ध्यान देना है कि पॉलिसी में हॉस्पिटलाइजेशन के बाद और उसके पहले होने वाले खर्च कवर होते हैं या नहीं। डे केयर फैसिलिटी के बारे में भी आपको जान लेना चाहिए कि पॉलिसी में ये कवर हो रहा है या नहीं।

साथ ही ये जरूर देख लें कि किसी तरीके की लिमिटेशन/कैप तो नहीं है उक्त पॉलिसी में। इलाज पर आने वाला खर्च पॉलिसी में कवर हो जाएगा या फिर उसका कुछ हिस्सा आपको भी अपनी जेब से देना होगा, इन बातों के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की खरीदारी से पहले इस बात का भी ध्यान रखें कि इसमें पहले से मौजूद बीमारियों को शामिल किया गया है या नहीं।

इन गलतियों से बचें

हो सकता है कि किसी एजेंट के जरिए पॉलिसी लेते वक्त आप अन्य कंपनी की पॉलिसी और प्रीमियम की तुलना न कर पाएं, तो ऑनलाइन पॉलिसी के लिए अप्लाई कर आप कई कंपनियों द्वारा तय प्रीमियम देख सकते हैं और अपनी सुविधा और जरूरत के हिसाब के पॉलिसी ले सकते हैं। इसके जरिए आप देख सकते हैं कि किस पॉलिसी में क्या-क्या चीजें कवर हो रही हैं और क्या नहीं।

इसके अलावा एक अहम बात ये है कि जिस किसी भी कंपनी की पॉलिसी लेने जा रहे हैं आप, उसके बारे में थोड़ी जानकारी जुटा लें कि उक्त कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड क्लेम के मामले में कैसा रहा है।

अगर आप कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते हैं तो उसके अंदर क्या-क्या कवर होता है और क्या नहीं, इस पर ध्यान देने की आवश्कता होती है। स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी आपके इलाज का खर्च बचाकर आपकी सेविंग्स की भी रक्षा करती है। हालांकि, जिस तरह से स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ रहा है, उससे आपका बीमा कवर कम पड़ सकता है। ऐसे में आप दुविधा में पड़ सकते हैं कि आपको इस इंश्योरेंस की किस हद तक जरूरत है और कौन सा हेल्थ इंश्योरेंस लेना आपके लिए बेहतर होगा। अगर आप कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते हैं तो उसके अंदर क्या-क्या कवर होता है और क्या नहीं, इस पर ध्यान देने की आवश्कता होती है। हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर क्या-क्या बातें आपको जान लेनी चाहिए, ये हम आपको बताने जा रहे हैं। हेल्थ इंश्योरेंस के फायदे हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आपके पास होने पर किसी भी आपात स्थिति में आपकी सेविंग्स बच सकती हैं। मेडिकल पर होने वाला खर्च काफी बढ़ चुका है, दवाइय़ों के दाम हों या सर्जरी पर आने वाला खर्च.. ये सब काफी महंगा हो चुका है। ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस से आपको काफी मदद मिल सकती है। इसके अलावा, आप कैशलेस इलाज करा सकते हैं यानी, आपको अपनी जेब से कोई पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसके जरिए आपको टैक्स में छूट भी मिल सकती है। इन बातों पर दें ध्यान हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते वक्त आपको ध्यान रखना है कि कैशलेस ट्रीटमेंट कौन सी पॉलिसी में मिल रहा है। साथ ही इसके टर्म एंड कंडीशन को अच्छी तरह से समझ लेने की जरूरत होती है। इसके अलावा, आपको ध्यान देना है कि पॉलिसी में हॉस्पिटलाइजेशन के बाद और उसके पहले होने वाले खर्च कवर होते हैं या नहीं। डे केयर फैसिलिटी के बारे में भी आपको जान लेना चाहिए कि पॉलिसी में ये कवर हो रहा है या नहीं। साथ ही ये जरूर देख लें कि किसी तरीके की लिमिटेशन/कैप तो नहीं है उक्त पॉलिसी में। इलाज पर आने वाला खर्च पॉलिसी में कवर हो जाएगा या फिर उसका कुछ हिस्सा आपको भी अपनी जेब से देना होगा, इन बातों के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की खरीदारी से पहले इस बात का भी ध्यान रखें कि इसमें पहले से मौजूद बीमारियों को शामिल किया गया है या नहीं। इन गलतियों से बचें हो सकता है कि किसी एजेंट के जरिए पॉलिसी लेते वक्त आप अन्य कंपनी की पॉलिसी और प्रीमियम की तुलना न कर पाएं, तो ऑनलाइन पॉलिसी के लिए अप्लाई कर आप कई कंपनियों द्वारा तय प्रीमियम देख सकते हैं और अपनी सुविधा और जरूरत के हिसाब के पॉलिसी ले सकते हैं। इसके जरिए आप देख सकते हैं कि किस पॉलिसी में क्या-क्या चीजें कवर हो रही हैं और क्या नहीं। इसके अलावा एक अहम बात ये है कि जिस किसी भी कंपनी की पॉलिसी लेने जा रहे हैं आप, उसके बारे में थोड़ी जानकारी जुटा लें कि उक्त कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड क्लेम के मामले में कैसा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *