![]()
चंडीगढ़7 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

सुखबीर बादल हार के बाद पार्टी नेताओं से चंडीगढ़ में फीडबैक ले रहे हैं।
शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने पंजाब में हार पर मंथन के लिए 12 मेंबरी कमेटी बना दी है। पार्टी प्रधान सुखबीर बादल ने यह हाई लेवल कमेटी बनाई है। यह कमेटी हार के कारणों की पड़ताल करेगी। उसे दूर करने के लिए सुझाव देगी। पूरी रिपोर्ट अकाली दल की कोर कमेटी में रखी जाएगी। जिसके बाद पार्टी और उसकी नीतियों में बदलाव किया जाएगा।
यह होंगे कमेटी मेंबर
इस हाईलेवल कमेटी में बलविंदर सिंह भूंदड़, चरणजीत सिंह अटवाल, बीबी जगीर कौर, प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, डॉ. दलजीत चीमा, सिकंदर सिंह मलूका, हीरा सिंह गाबड़िया, गुलजार सिंह रणिके, शरणजीत सिंह ढिल्लो, जनमेजा सिंह सेखों और सुरजीत सिंह रखड़ा को शामिल किया गया है।

अकाली दल का बसपा से गठजोड़ भी किसी काम नहीं आया
दूसरी बार सत्ता से चूका अकाली दल, सिर्फ 3 सीटें मिली
पंजाब में इस बार चुनाव में अकाली दल की शर्मनाक हार हुई। अकाली दल को सिर्फ 3 सीटें मिलीं। पिछली बार 2017 में उन्हें सिर्फ 15 सीटें मिली थी। इस बार अकाली दल ने पहले ही उम्मीदवार घोषित किए और बसपा से गठजोड़ किया। इसके बावजूद अकाली दल हार गया। यही नहीं, पार्टी के सरपरस्त 5 बार के CM प्रकाश सिंह बादल, प्रधान सुखबीर बादल समेत अकाली दल के तमाम दिग्गज हार गए।
कमेटी की रिपोर्ट के बाद होंगे बदलाव
पार्टी के प्रवक्ता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि पार्टी और उसकी नीतियों में क्या बदलाव किए जाने चाहिए। यह सब कमेटी तय कर रिपोर्ट देगी। इसके बाद बड़े फैसले लिए जाएंगे। इससे अकाली दल को और शक्तिशाली बनाया जाएगा।
चंडीगढ़7 घंटे पहलेकॉपी लिंकसुखबीर बादल हार के बाद पार्टी नेताओं से चंडीगढ़ में फीडबैक ले रहे हैं।शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने पंजाब में हार पर मंथन के लिए 12 मेंबरी कमेटी बना दी है। पार्टी प्रधान सुखबीर बादल ने यह हाई लेवल कमेटी बनाई है। यह कमेटी हार के कारणों की पड़ताल करेगी। उसे दूर करने के लिए सुझाव देगी। पूरी रिपोर्ट अकाली दल की कोर कमेटी में रखी जाएगी। जिसके बाद पार्टी और उसकी नीतियों में बदलाव किया जाएगा।यह होंगे कमेटी मेंबरइस हाईलेवल कमेटी में बलविंदर सिंह भूंदड़, चरणजीत सिंह अटवाल, बीबी जगीर कौर, प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, डॉ. दलजीत चीमा, सिकंदर सिंह मलूका, हीरा सिंह गाबड़िया, गुलजार सिंह रणिके, शरणजीत सिंह ढिल्लो, जनमेजा सिंह सेखों और सुरजीत सिंह रखड़ा को शामिल किया गया है।अकाली दल का बसपा से गठजोड़ भी किसी काम नहीं आयादूसरी बार सत्ता से चूका अकाली दल, सिर्फ 3 सीटें मिलीपंजाब में इस बार चुनाव में अकाली दल की शर्मनाक हार हुई। अकाली दल को सिर्फ 3 सीटें मिलीं। पिछली बार 2017 में उन्हें सिर्फ 15 सीटें मिली थी। इस बार अकाली दल ने पहले ही उम्मीदवार घोषित किए और बसपा से गठजोड़ किया। इसके बावजूद अकाली दल हार गया। यही नहीं, पार्टी के सरपरस्त 5 बार के CM प्रकाश सिंह बादल, प्रधान सुखबीर बादल समेत अकाली दल के तमाम दिग्गज हार गए।कमेटी की रिपोर्ट के बाद होंगे बदलावपार्टी के प्रवक्ता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि पार्टी और उसकी नीतियों में क्या बदलाव किए जाने चाहिए। यह सब कमेटी तय कर रिपोर्ट देगी। इसके बाद बड़े फैसले लिए जाएंगे। इससे अकाली दल को और शक्तिशाली बनाया जाएगा।