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मजीठा (अमृतसर)14 घंटे पहले
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रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे MBBS को स्टूडेंट्स का रेस्क्यू करने गए पंजाब के अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला शनिवार देर रात रजिजो जैसिओंका एयरपोर्ट पर पहुंचे। वहां पर औजला ने भारतीय छात्रों से मुलाकात की और उनके हालात जाने।
बंकरों में फंसे छात्रों के लिए मदद
सांसद औजला ने कहा की इस समय वो उन स्टूडेंट्स के लिए कोशिश कर रहे हैं जो की ईस्टर्न यूक्रेन के बंकरों में फंसे हुए हैं और किसी भी बॉर्डर तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं है। उन्होंने कहा की ऐसे बच्चो के लिए वो कोशिश कर रहे हैं ताकि जल्दी से जल्दी उन्हें निकाला जा सके। उन्होंने इस दौरान चंडीगढ़ के स्टूडेंट डायमंड का धन्यवाद भी किया, जिन्होंने एंबेसी की गाइडलाइंस आने से पहले ही बच्चों को निकालना शुरू कर दिया था।

पोलैंड के एयरपोर्ट पर भारतीय छात्रों के साथ सांसद औजला।
हिंदू-सिख भाईचारा
औजला ने कहा कि भारतीय छात्र-छात्राएं पैदल ही बड़े करूट झेलते हुए बॉर्डर तक पहुंचे। इस दौरान सबसे ज्यादा हिंदू-सिख भाईचारा देखने को मिला। उन्होंने बताया की इस दौरान जहां गुरुद्वारा सिंह सभा ने बच्चों के लिए लंगर लगाया तो सिंधी भाइयों का हिंदू भवन मंदिर ने भी बेसहारा को शरण दी।
जल्द घर लौटेंगे छात्र
सांसद औजला ने बताया इस समय सिर्फ इंडिया के पंजाबी ही नही बल्कि अन्य देशों में भी बसे पंजाबियों को निकालने के लिए और जो मदद कर सकते हैं उनकी मदद लेकर सबको रेस्क्यू किया जा रहा है। बच्चों को खाना पीना रहना सब सुविधाएं दी जा रही हैं और वो सब बच्चों को जल्द से जल्द रेस्क्यू करवाकर अभिभावकों के पास भेज देंगे।
मजीठा (अमृतसर)14 घंटे पहलेकॉपी लिंकवीडियोरूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे MBBS को स्टूडेंट्स का रेस्क्यू करने गए पंजाब के अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला शनिवार देर रात रजिजो जैसिओंका एयरपोर्ट पर पहुंचे। वहां पर औजला ने भारतीय छात्रों से मुलाकात की और उनके हालात जाने।बंकरों में फंसे छात्रों के लिए मददसांसद औजला ने कहा की इस समय वो उन स्टूडेंट्स के लिए कोशिश कर रहे हैं जो की ईस्टर्न यूक्रेन के बंकरों में फंसे हुए हैं और किसी भी बॉर्डर तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं है। उन्होंने कहा की ऐसे बच्चो के लिए वो कोशिश कर रहे हैं ताकि जल्दी से जल्दी उन्हें निकाला जा सके। उन्होंने इस दौरान चंडीगढ़ के स्टूडेंट डायमंड का धन्यवाद भी किया, जिन्होंने एंबेसी की गाइडलाइंस आने से पहले ही बच्चों को निकालना शुरू कर दिया था।पोलैंड के एयरपोर्ट पर भारतीय छात्रों के साथ सांसद औजला।हिंदू-सिख भाईचाराऔजला ने कहा कि भारतीय छात्र-छात्राएं पैदल ही बड़े करूट झेलते हुए बॉर्डर तक पहुंचे। इस दौरान सबसे ज्यादा हिंदू-सिख भाईचारा देखने को मिला। उन्होंने बताया की इस दौरान जहां गुरुद्वारा सिंह सभा ने बच्चों के लिए लंगर लगाया तो सिंधी भाइयों का हिंदू भवन मंदिर ने भी बेसहारा को शरण दी।जल्द घर लौटेंगे छात्रसांसद औजला ने बताया इस समय सिर्फ इंडिया के पंजाबी ही नही बल्कि अन्य देशों में भी बसे पंजाबियों को निकालने के लिए और जो मदद कर सकते हैं उनकी मदद लेकर सबको रेस्क्यू किया जा रहा है। बच्चों को खाना पीना रहना सब सुविधाएं दी जा रही हैं और वो सब बच्चों को जल्द से जल्द रेस्क्यू करवाकर अभिभावकों के पास भेज देंगे।