PM मोदी का इंटरव्यू लेकर मशहूर हुईं करिश्मा मेहता:22 मिनट की बातचीत ने किस्मत बदली, ट्रोल भी हुईं, तीन भाषाओं में माहिर

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इंस्टाग्राम, फेसबुक और सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर फोटो ब्लॉग ‘ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे’ की एक अलग पहचान बन चुकी है। इसकी फाउंडर और सीईओ करिश्मा मेहता हैं। इन्होंने साल 2014 की शुरुआत में ‘ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे’ शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू करिश्मा ने महज 27 साल की उम्र में लिया। इसके बाद से करिश्मा की किस्मत ने ऐसा पलटा खाया कि वे दुनिया भर में मशहूर हो गईं।

हाल ही में करिश्मा ने पीएम के इंटरव्यू से जुड़े अनुभव को बताते हुए लिंकडिन पर लिखा है कि प्रधानमंत्री के उस इंटरव्यू ने उन्हें पूरी दुनिया में मशहूर किया तो साथ ही कई तरह की नफरत का भी वह शिकार बनी।

करिश्मा मेहता एसिड अटैक पीड़िताओं और जरूरत मंदों की मदद के लिए 5 करोड़ रुपये जुटाकर सहायता कर चुकी हैं।

करिश्मा मेहता एसिड अटैक पीड़िताओं और जरूरत मंदों की मदद के लिए 5 करोड़ रुपये जुटाकर सहायता कर चुकी हैं।

इंटरव्यू की वो खास बातें जिससे मेहता आईं चर्चा में
करीब 22 मिनट तक के इस इंटरव्यू में कई ऐसी बातें सामने आईं, जिनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन से सीधा संबंध था और आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ाव भी था। इस इंटरव्यू की देश और दुनिया में अच्छी और बुरी दोनों तरह से चर्चाएं हुई थीं।

  • सवाल पूछने वाली से ही प्रधानमंत्री ने कर दिया था सवाल- पीएम मोदी ने गुजराती अंदाज में कहा कि ‘ केम छो मेहता जी?’
  • प्रधानमंत्री ने बताया कि वे अपने पिताजी के साथ रेलवे प्लेटफॉर्म पर चाय बेचते थे।
  • कपड़ों पर कोयले वाली आयरन से सलवटें दूर करते थे प्रधानमंत्री।
  • 17 साल की उम्र में ज्ञान हासिल करने के लिए हिमालय चले गए थे।
  • 2 साल बाद लौटे तो एक नई सोच और विजन के साथ।

इस इंटरव्यू ने करिश्मा मेहता के करियर को एक अलग ही पायदान पर पहुंचा दिया।

कौन हैं करिश्मा मेहता?
मेहता मुंबई में जन्मी और पली बढ़ी और बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल, महीम में शुरुआती पढ़ाई की। इसके बाद मेहता ने बेंगलुरु के बोर्डिंग स्कूल में 2 साल पढ़ाई की। मेहता फिर बिजनेस और इकोनॉमिक्स की डिग्री हासिल करने के लिए यूनाइटेड किंगडम की यूनिवर्सिटी नॉटिंघम चली गईं।

एक फेमस यूथ मैग्जीन का जिक्र करते हुए करिश्मा ने कहा कि एक फोटो के साथ बेहद खराब हेडिंग से मुझे ट्रोल करने की कोशिश की गई

एक फेमस यूथ मैग्जीन का जिक्र करते हुए करिश्मा ने कहा कि एक फोटो के साथ बेहद खराब हेडिंग से मुझे ट्रोल करने की कोशिश की गई

हिंदी, इंग्लिश और मराठी फर्राटे से बोलने वाली करिश्मा मेहता नेशनल ज्योग्राफिक के लिए फ्रिलांस भी कर चुकी हैं। इन सबके अलावा, मेहता आईआईएफटी के टेडएक्स (TEDx) की रेगुलर प्रेजेंटर रही हैं। आजकल करिश्मा मेहता राइटर, फोटोग्राफर और एक युवा महिला उद्यमी के तौर पर मशहूर हैं।

जानें ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे के बारे में
आजकल ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर बेहद पॉपुलर है। इस पेज पर अनजान लोगों की कहानियां छपती हैं। यह शायद अपने तरह का पहला फेसबुक पेज था जिसे पीएम मोदी ने अपने इंटरव्यू के लिए चुना था। यह पेज ‘ह्यूमंस ऑफ न्यूयॉर्क’ (HoNY) पेज से प्रेरित है जिसकी शुरुआत फोटोग्राफर ब्रांडन स्टेंटन ने की थी। ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे में इसी तरह मुंबई की सड़कों पर घूमते आम लोगों की स्टोरी, इंटरव्यू, फोटो और वीडियो अपलोड किए जाते हैं।

Hindi NewsWomen22 Minutes Of Conversation Changed Fortunes, Trolls Also Happened, Specializes In Three Languagesइंस्टाग्राम, फेसबुक और सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर फोटो ब्लॉग ‘ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे’ की एक अलग पहचान बन चुकी है। इसकी फाउंडर और सीईओ करिश्मा मेहता हैं। इन्होंने साल 2014 की शुरुआत में ‘ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे’ शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू करिश्मा ने महज 27 साल की उम्र में लिया। इसके बाद से करिश्मा की किस्मत ने ऐसा पलटा खाया कि वे दुनिया भर में मशहूर हो गईं।हाल ही में करिश्मा ने पीएम के इंटरव्यू से जुड़े अनुभव को बताते हुए लिंकडिन पर लिखा है कि प्रधानमंत्री के उस इंटरव्यू ने उन्हें पूरी दुनिया में मशहूर किया तो साथ ही कई तरह की नफरत का भी वह शिकार बनी।करिश्मा मेहता एसिड अटैक पीड़िताओं और जरूरत मंदों की मदद के लिए 5 करोड़ रुपये जुटाकर सहायता कर चुकी हैं।इंटरव्यू की वो खास बातें जिससे मेहता आईं चर्चा मेंकरीब 22 मिनट तक के इस इंटरव्यू में कई ऐसी बातें सामने आईं, जिनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन से सीधा संबंध था और आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ाव भी था। इस इंटरव्यू की देश और दुनिया में अच्छी और बुरी दोनों तरह से चर्चाएं हुई थीं।सवाल पूछने वाली से ही प्रधानमंत्री ने कर दिया था सवाल- पीएम मोदी ने गुजराती अंदाज में कहा कि ‘ केम छो मेहता जी?’प्रधानमंत्री ने बताया कि वे अपने पिताजी के साथ रेलवे प्लेटफॉर्म पर चाय बेचते थे।कपड़ों पर कोयले वाली आयरन से सलवटें दूर करते थे प्रधानमंत्री।17 साल की उम्र में ज्ञान हासिल करने के लिए हिमालय चले गए थे।2 साल बाद लौटे तो एक नई सोच और विजन के साथ।इस इंटरव्यू ने करिश्मा मेहता के करियर को एक अलग ही पायदान पर पहुंचा दिया।कौन हैं करिश्मा मेहता?मेहता मुंबई में जन्मी और पली बढ़ी और बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल, महीम में शुरुआती पढ़ाई की। इसके बाद मेहता ने बेंगलुरु के बोर्डिंग स्कूल में 2 साल पढ़ाई की। मेहता फिर बिजनेस और इकोनॉमिक्स की डिग्री हासिल करने के लिए यूनाइटेड किंगडम की यूनिवर्सिटी नॉटिंघम चली गईं।एक फेमस यूथ मैग्जीन का जिक्र करते हुए करिश्मा ने कहा कि एक फोटो के साथ बेहद खराब हेडिंग से मुझे ट्रोल करने की कोशिश की गईहिंदी, इंग्लिश और मराठी फर्राटे से बोलने वाली करिश्मा मेहता नेशनल ज्योग्राफिक के लिए फ्रिलांस भी कर चुकी हैं। इन सबके अलावा, मेहता आईआईएफटी के टेडएक्स (TEDx) की रेगुलर प्रेजेंटर रही हैं। आजकल करिश्मा मेहता राइटर, फोटोग्राफर और एक युवा महिला उद्यमी के तौर पर मशहूर हैं।जानें ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे के बारे मेंआजकल ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर बेहद पॉपुलर है। इस पेज पर अनजान लोगों की कहानियां छपती हैं। यह शायद अपने तरह का पहला फेसबुक पेज था जिसे पीएम मोदी ने अपने इंटरव्यू के लिए चुना था। यह पेज ‘ह्यूमंस ऑफ न्यूयॉर्क’ (HoNY) पेज से प्रेरित है जिसकी शुरुआत फोटोग्राफर ब्रांडन स्टेंटन ने की थी। ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे में इसी तरह मुंबई की सड़कों पर घूमते आम लोगों की स्टोरी, इंटरव्यू, फोटो और वीडियो अपलोड किए जाते हैं।

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