अमेरिकी ‘नसीहत’ के बाद भी रूस से सस्ता तेल खरीदेगा भारत? क्या बोला विदेश मंत्रालय

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| Updated: Mar 18, 2022, 6:48 AM

अमेरिका की नसीहत के बाद भी भारत ने रूस से कच्चे तेल की खरीद की संभावना से इनकार नहीं किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हम अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए सभी प्रकार के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।

फाइल फोटो
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नई दिल्लीः रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच प्रतिबंधों का भी खेल चल रहा है। अमेरिका ने यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। साथ ही भारत समेत कई देशों से भी अपील की है कि वे अमेरिकी प्रतिबंधों का समर्थन करें। इस बीच ऐसी रिपोर्ट सामने आई है कि भारत रूस से रियायती दरों पर कच्चा तेल खरीदने की योजना बना रहा है। अब भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इस संभावना से इनकार नहीं किया है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत बड़ा तेल आयातक होने की वजह से हमेशा सभी संभावनाओं पर विचार करता है। मीडिया से संवाद के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या भारत रूस द्वारा सस्ते में कच्चे तेल देने की पेशकश पर विचार कर रहा है, बागची ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘भारत अपनी जरूरत का अधिकतर तेल आयात करता है, उसकी जरूरतें आयात से पूरी होती हैं। इसलिए हम वैश्विक बाजार में सभी संभावनाओं का दोहन करते रहते हैं, क्योंकि इस परिस्थिति में हमें अपने तेल की जरूरतों के लिए आयात का सामना कर पड़ रहा है।’

बागची ने कहा कि रूस, भारत को तेल की आपूर्ति करने वाला प्रमुख आपूर्तिकर्ता नहीं रहा है। उन्होंने कहा, ‘मैं रेखांकित करना चाहता हूं कि कई देश कर रहे हैं, खासतौर पर यूरोप में और इस समय मैं इसे उसपर छोड़ता हूं। हम प्रमुख तेल आयातक हैं और हम इस मौके पर अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।’ बागची से जब पूछा गया कि यह खरीददारी रुपये-रूबल समझौते के आधार पर हो सकता है तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस पेशकश की विस्तृत जानकारी नहीं है।

रूस के खिलाफ पश्चिमी देशों के प्रतिबंध के भारत-रूस कारोबार पर पड़ने वाले असर के अन्य सवाल के जवाब में बागची ने कहा कि भारत इंतजार करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम किसी भी एकतरफा प्रतिबंध का उसका हमारे रूस के साथ आर्थिक लेनदेन पर पड़ने वाले असर के आंकलन का इंतजार करेंगे।’’ यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई के संबंध में भारत के रुख के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि भारत सभी पक्षों के संपर्क में है।

बता दें कि अमेरिका ने भी कहा था कि भारत अगर रूस से सस्ते दाम में कच्चे तेल की खरीद करता है तो यह अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं माना जाएगा। हालांकि, इसके साथ ही अमेरिका ने नसीहत दी थी कि रूस का समर्थन एक हमले का समर्थन है। ऐसे में यह आपको (भारत को) तय करना है कि आप इतिहास में किस पक्ष में लिखे जाएंगे।

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Web Title : india to buy cheaper oil from russia even after us appeal foreign ministry told plan
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भाषा | Updated: Mar 18, 2022, 6:48 AMअमेरिका की नसीहत के बाद भी भारत ने रूस से कच्चे तेल की खरीद की संभावना से इनकार नहीं किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हम अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए सभी प्रकार के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।फाइल फोटोनई दिल्लीः रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच प्रतिबंधों का भी खेल चल रहा है। अमेरिका ने यूक्रेन पर हमला करने वाले रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। साथ ही भारत समेत कई देशों से भी अपील की है कि वे अमेरिकी प्रतिबंधों का समर्थन करें। इस बीच ऐसी रिपोर्ट सामने आई है कि भारत रूस से रियायती दरों पर कच्चा तेल खरीदने की योजना बना रहा है। अब भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इस संभावना से इनकार नहीं किया है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत बड़ा तेल आयातक होने की वजह से हमेशा सभी संभावनाओं पर विचार करता है। मीडिया से संवाद के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या भारत रूस द्वारा सस्ते में कच्चे तेल देने की पेशकश पर विचार कर रहा है, बागची ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘भारत अपनी जरूरत का अधिकतर तेल आयात करता है, उसकी जरूरतें आयात से पूरी होती हैं। इसलिए हम वैश्विक बाजार में सभी संभावनाओं का दोहन करते रहते हैं, क्योंकि इस परिस्थिति में हमें अपने तेल की जरूरतों के लिए आयात का सामना कर पड़ रहा है।’ बागची ने कहा कि रूस, भारत को तेल की आपूर्ति करने वाला प्रमुख आपूर्तिकर्ता नहीं रहा है। उन्होंने कहा, ‘मैं रेखांकित करना चाहता हूं कि कई देश कर रहे हैं, खासतौर पर यूरोप में और इस समय मैं इसे उसपर छोड़ता हूं। हम प्रमुख तेल आयातक हैं और हम इस मौके पर अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।’ बागची से जब पूछा गया कि यह खरीददारी रुपये-रूबल समझौते के आधार पर हो सकता है तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस पेशकश की विस्तृत जानकारी नहीं है। रूस के खिलाफ पश्चिमी देशों के प्रतिबंध के भारत-रूस कारोबार पर पड़ने वाले असर के अन्य सवाल के जवाब में बागची ने कहा कि भारत इंतजार करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम किसी भी एकतरफा प्रतिबंध का उसका हमारे रूस के साथ आर्थिक लेनदेन पर पड़ने वाले असर के आंकलन का इंतजार करेंगे।’’ यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई के संबंध में भारत के रुख के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि भारत सभी पक्षों के संपर्क में है। बता दें कि अमेरिका ने भी कहा था कि भारत अगर रूस से सस्ते दाम में कच्चे तेल की खरीद करता है तो यह अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं माना जाएगा। हालांकि, इसके साथ ही अमेरिका ने नसीहत दी थी कि रूस का समर्थन एक हमले का समर्थन है। ऐसे में यह आपको (भारत को) तय करना है कि आप इतिहास में किस पक्ष में लिखे जाएंगे।Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐपलेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें Web Title : india to buy cheaper oil from russia even after us appeal foreign ministry told planHindi News from Navbharat Times, TIL Network

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