ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन के फाइनल में लक्ष्य सेन नहीं तोड़ पाए विक्टर की चुनौती, पीएम मोदी और सचिन तेंदुलकर ने ऐसे बढ़ाया भारतीय शटलर का हौसला

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Lakshya Sen: भारतीय शटलर लक्ष्य सेन को ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 के फाइनल में विश्व नंबर एक विक्टर एक्सेलसेन ने मात दी। इस हार के बावजूद लक्ष्य ने करोड़ों भारतीयों के दिल को जीता। यही कारण रहा कि खुद पीएम मोदी और सचिन तेंदुलकर ने भी उन्हें शुभकामनाएं हार के बाद भी दीं।

भारतीय शटलर लक्ष्य सेन अपने पहले ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में खिताब जीतने से चूक गए। रविवार को खेले गए खिताबी मुकाबले में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसेन से सीधे गेम में हारने के बाद लक्ष्य इस टूर्नामेंट के रनर अप रहे। उनकी इस हार के बावजूद उन्होंने करोड़ों भारतीयों के दिल जीते। यही कारण है कि सचिन तेंदुलकर और देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके लिए ट्वीट कर उनका हौसला बढ़ाया।

भारत के लिए सिर्फ प्रकाश पादुकोण (1980) और पुलेला गोपीचंद (2001) ही अभी तक यह खिताब जीत पाए हैं। उनके बाद ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाले तीसरा भारतीय बनने की कवायद में लगे लक्ष्य को खिताबी मुकाबले में डेनमार्क के एक्सेलसेन से 10-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। यह मैच 53 मिनट तक चला।

विश्व नंबर एक एक्सेलसेन का दिखा दबदबा

विक्टर एक्सेलसेन ने दिखाया कि वह बड़े मैचों का धुरंधर खिलाड़ी है। उन्होंने पहले गेम में शुरू में ही 5-0 की बढ़त बनाकर लक्ष्य को दबाव में ला दिया। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों में 61 शॉट की रैली देखने को मिली जिसमें डेनमार्क के खिलाड़ी ने बाजी मारकर स्कोर 9-2 किया। इसके बाद ब्रेक तक वह 11-2 से आगे हो गए थे।

लक्ष्य ने एक दो अवसरों पर अच्छे शॉट लगाए लेकिन पहले गेम में पूरी तरह एक्सेलसेन का दबदबा रहा जिसे उन्होंने 22 मिनट में आसानी से अपने नाम किया। एक्सेलसेन ने दूसरे गेम में भी 4-2 की बढ़त बना रखी थी लेकिन लक्ष्य ने जल्द ही स्कोर 4-4 से बराबर कर दिया। एक्सेलसेन ने लगातार चार अंक बनाकर 8-4 से बढ़त बनाई और ब्रेक तक वह 11-5 से आगे थे।

लक्ष्य ने ब्रेक के बाद लगातार तीन अंक बनाए लेकिन एक्सेलसेन ने उन्हें वापसी का मौका नहीं दिया और जल्द ही स्कोर 17-10 कर दिया। इसके बाद दोनों के बीच 70 शॉट की रैली देखने को मिली जिसमें लक्ष्य ने अंक बनाया। एक्सेलसेन ने करारे स्मैश से सात मैच प्वाइंट हासिल किये जिनमें से लक्ष्य केवल दो का ही बचाव कर पाए। इससे पहले जापान की अकीनी यामागुची ने कोरिया की अन सियोंग को 21-15, 21-15 से हराकर महिला एकल का खिताब जीता।

There are no failures in life. You either win or you learn. I am sure you’ve learnt so much from this amazing experience, @lakshya_sen.

Wish you the very best for upcoming tournaments. #AllEngland2022

— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) March 20, 2022

पीएम मोदी और सचिन तेंदुलकर ने दी लक्ष्य को बधाई

सेन भले अपने इस लक्ष्य से चूक गए हों लेकिन उन्होंने करोड़ों भारतीयों के दिल को जीत लिया। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने उनके लिए ट्वीट करते हुए लिखा कि,’जिंदगी में कभी कोई फेल नहीं होता, आप हारते हैं या जीतते हैं उससे बस आपको सीखने को मिलता है। मुझे विश्वास है आपने इस अनुभव से बहुत कुछ सीखा होगा। आगामी टूर्नामेंट के लिए आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।’

Proud of you @lakshya_sen! You’ve shown remarkable grit and tenacity. You put up a spirited fight. Best wishes for your future endeavours. I am confident you will keep scaling new heights of success.

— Narendra Modi (@narendramodi) March 20, 2022

वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय शटलर को हार के बावजूद बधाई दी। उन्होंने ऑफिशियर ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि,’हमें आप पर गर्व है लक्ष्य सेन। आपने अपने खेल का शानदार प्रदर्शन किया। आपने लड़ने की क्षमता को जारी रखा। आपके भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएं। मुझे भरोसा है कि आप सफलता की नई उंचाईयों की ओर बढ़ते रहेंगे।’

गौरतलब है कि इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले लक्ष्य पांचवें भारतीय शटलर, चौथे भारतीय पुरुष शटलर और सबसे युवा भारतीय शटलर थे। उनसे पहले 1947 में प्रकाश नाथ, 1980 में प्रकाश पादुकोण (विजेता), 2001 में पुलेला गोपीचंद (विजेता) और 2015 में साइना नेहवाल ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे थे।

Lakshya Sen: भारतीय शटलर लक्ष्य सेन को ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 के फाइनल में विश्व नंबर एक विक्टर एक्सेलसेन ने मात दी। इस हार के बावजूद लक्ष्य ने करोड़ों भारतीयों के दिल को जीता। यही कारण रहा कि खुद पीएम मोदी और सचिन तेंदुलकर ने भी उन्हें शुभकामनाएं हार के बाद भी दीं। भारतीय शटलर लक्ष्य सेन अपने पहले ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में खिताब जीतने से चूक गए। रविवार को खेले गए खिताबी मुकाबले में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसेन से सीधे गेम में हारने के बाद लक्ष्य इस टूर्नामेंट के रनर अप रहे। उनकी इस हार के बावजूद उन्होंने करोड़ों भारतीयों के दिल जीते। यही कारण है कि सचिन तेंदुलकर और देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके लिए ट्वीट कर उनका हौसला बढ़ाया। भारत के लिए सिर्फ प्रकाश पादुकोण (1980) और पुलेला गोपीचंद (2001) ही अभी तक यह खिताब जीत पाए हैं। उनके बाद ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाले तीसरा भारतीय बनने की कवायद में लगे लक्ष्य को खिताबी मुकाबले में डेनमार्क के एक्सेलसेन से 10-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। यह मैच 53 मिनट तक चला। विश्व नंबर एक एक्सेलसेन का दिखा दबदबा विक्टर एक्सेलसेन ने दिखाया कि वह बड़े मैचों का धुरंधर खिलाड़ी है। उन्होंने पहले गेम में शुरू में ही 5-0 की बढ़त बनाकर लक्ष्य को दबाव में ला दिया। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों में 61 शॉट की रैली देखने को मिली जिसमें डेनमार्क के खिलाड़ी ने बाजी मारकर स्कोर 9-2 किया। इसके बाद ब्रेक तक वह 11-2 से आगे हो गए थे। लक्ष्य ने एक दो अवसरों पर अच्छे शॉट लगाए लेकिन पहले गेम में पूरी तरह एक्सेलसेन का दबदबा रहा जिसे उन्होंने 22 मिनट में आसानी से अपने नाम किया। एक्सेलसेन ने दूसरे गेम में भी 4-2 की बढ़त बना रखी थी लेकिन लक्ष्य ने जल्द ही स्कोर 4-4 से बराबर कर दिया। एक्सेलसेन ने लगातार चार अंक बनाकर 8-4 से बढ़त बनाई और ब्रेक तक वह 11-5 से आगे थे। लक्ष्य ने ब्रेक के बाद लगातार तीन अंक बनाए लेकिन एक्सेलसेन ने उन्हें वापसी का मौका नहीं दिया और जल्द ही स्कोर 17-10 कर दिया। इसके बाद दोनों के बीच 70 शॉट की रैली देखने को मिली जिसमें लक्ष्य ने अंक बनाया। एक्सेलसेन ने करारे स्मैश से सात मैच प्वाइंट हासिल किये जिनमें से लक्ष्य केवल दो का ही बचाव कर पाए। इससे पहले जापान की अकीनी यामागुची ने कोरिया की अन सियोंग को 21-15, 21-15 से हराकर महिला एकल का खिताब जीता। There are no failures in life. You either win or you learn. I am sure you’ve learnt so much from this amazing experience, @lakshya_sen. Wish you the very best for upcoming tournaments. #AllEngland2022— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) March 20, 2022 पीएम मोदी और सचिन तेंदुलकर ने दी लक्ष्य को बधाई सेन भले अपने इस लक्ष्य से चूक गए हों लेकिन उन्होंने करोड़ों भारतीयों के दिल को जीत लिया। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने उनके लिए ट्वीट करते हुए लिखा कि,’जिंदगी में कभी कोई फेल नहीं होता, आप हारते हैं या जीतते हैं उससे बस आपको सीखने को मिलता है। मुझे विश्वास है आपने इस अनुभव से बहुत कुछ सीखा होगा। आगामी टूर्नामेंट के लिए आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।’ Proud of you @lakshya_sen! You’ve shown remarkable grit and tenacity. You put up a spirited fight. Best wishes for your future endeavours. I am confident you will keep scaling new heights of success.— Narendra Modi (@narendramodi) March 20, 2022 वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय शटलर को हार के बावजूद बधाई दी। उन्होंने ऑफिशियर ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि,’हमें आप पर गर्व है लक्ष्य सेन। आपने अपने खेल का शानदार प्रदर्शन किया। आपने लड़ने की क्षमता को जारी रखा। आपके भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएं। मुझे भरोसा है कि आप सफलता की नई उंचाईयों की ओर बढ़ते रहेंगे।’ गौरतलब है कि इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने वाले लक्ष्य पांचवें भारतीय शटलर, चौथे भारतीय पुरुष शटलर और सबसे युवा भारतीय शटलर थे। उनसे पहले 1947 में प्रकाश नाथ, 1980 में प्रकाश पादुकोण (विजेता), 2001 में पुलेला गोपीचंद (विजेता) और 2015 में साइना नेहवाल ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे थे।

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