
अमेरिकी स्पेस फोर्स चंद्रमा तक गश्त करने की योजना पर काम कर रही है। जल्द ही अमेरिकी स्पेस फोर्स का एक सैटेलाइट धरती से हजारों किलोमीटर दूर तक परिक्रमा कर खतरों की जानकारी देगा। रूस और चीन के अंतरिक्ष में बढ़ते सहयोग को लेकर अमेरिका परेशान है। उसे भविष्य में अपने अंतरिक्ष डोमिनेंस को खतरा नजर आ रहा है।
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चंद्रमा तक गश्त लगाएगा अमेरिका
हाइलाइट्स
- चंद्रमा तक गश्त लगाने की तैयारी में यूएस स्पेस फोर्स
- अंतरिक्ष के खतरों के बारे में देगा जानकारी, टक्कर रोकने में मिलेगी मदद
- चीन-रूस के अंतरिक्ष मिशन को लेकर टेंशन में है अमेरिका
अंतरिक्ष में अमेरिका की निगरानी बढ़ाने की तैयारी
वीडियो में बताया गया है कि अब तक अमेरिका का स्पेश मिशन पृथ्वी से 22,000 मील ऊपर फैला हुआ था। वह तब था, यह अब है। यूएस एयरफोर्स रिसर्च लेबोरेटरी उस सीमा को 10 गुना और अमेरिका के ऑपरेटिंग एरिया को 1,000 गुना बढ़ा रही है। यह सैटेलाइट हमारी पहुंच को चंद्रमा तक सिस्लुनर स्पेस में भीड़ से बहुत दूर ले जा रही है। एएफआरएल की वेबसाइट के अनुसार, सिस्लुनर हाईवे पेट्रोल सिस्टम (सीएचपीएस) एक स्पेसफ्लाइट एक्सपेरिमेंट है। इसे चंद्रमा के परिक्रमा पथ के अंदर क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
अंतरिक्ष में चीन-रूस के खतरों से टेंशन में अमेरिका, स्पेस कमांड को करेगा मजबूत
अंतरिक्ष में टकराव को करेगा ट्रैक
सीएचपीएस अंतरिक्ष में किसी भी संभावित टकराव को ट्रैक करेगा और स्पेस की निगरानी करेगा। सिक्योर वर्ल्ड फाउंडेशन के प्रोग्राम प्लानिंग के डायरेक्टर ब्रायन वीडेन ने एर्स टेक्निका को बताया कि यह अमेरिकी स्पेस फोर्स के लिए बहुत बड़ा कदम है। इससे वे जान सकेंगे कि सिस्लुनर स्पेस में क्या हो रहा है। इसके अलावा वे अमेरिकी गतिविधियों के लिए संभावित खतरे की भी पहचान करेंगे। वेडेन ने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास नहीं है कि सीएचपीएस का उपयोग खतरों को खत्म करने के लिए किया जाएगा, बल्कि यह सिर्फ जानकारी को पृथ्वी तक भेजेगा।
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यूएस स्पेस फोर्स की क्षमता में होगा जबरदस्त इजाफा
यूएस एयरफोर्स रिसर्च लेबोरेटरी ने वीडियो में बताया है कि अमेरिकी स्पेस फोर्स अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण विकास को सुनिश्चित करेगी। वह हमारे अंतरिक्ष मिशनों को दूर तक के इलाकों में सुरक्षित रखने का प्रयास भी करेगी। इसके अलावा अंतरिक्ष का जिम्मेदारी से उपयोग, टकराव से बचाव, ऑन-ऑर्बिट लॉजिस्टिक्स, संचार, नेविगेशन और गतिशीलता को भी सुनिश्चित करेगा।
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Web Title : us space force patrol around moon to scan for threats amid tension with russia, china
Hindi News from Navbharat Times, TIL Network
Curated by प्रियेश मिश्र | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Mar 6, 2022, 5:18 PMअमेरिकी स्पेस फोर्स चंद्रमा तक गश्त करने की योजना पर काम कर रही है। जल्द ही अमेरिकी स्पेस फोर्स का एक सैटेलाइट धरती से हजारों किलोमीटर दूर तक परिक्रमा कर खतरों की जानकारी देगा। रूस और चीन के अंतरिक्ष में बढ़ते सहयोग को लेकर अमेरिका परेशान है। उसे भविष्य में अपने अंतरिक्ष डोमिनेंस को खतरा नजर आ रहा है।चंद्रमा तक गश्त लगाएगा अमेरिकाहाइलाइट्सचंद्रमा तक गश्त लगाने की तैयारी में यूएस स्पेस फोर्सअंतरिक्ष के खतरों के बारे में देगा जानकारी, टक्कर रोकने में मिलेगी मददचीन-रूस के अंतरिक्ष मिशन को लेकर टेंशन में है अमेरिकावॉशिंगटन: रूस और चीन से अंतरिक्ष बढ़ते खतरों को देखकर अमेरिका (US Space Force Moon Mission) ने भी अपनी रक्षा तैयारियों को तेज कर दिया है। यूएस स्पेस फोर्स (United States Space Force) अब अंतरिक्ष में भी दुश्मनों पर निगरानी रखने की तैयारी में है। हाल में ही यूएस एयरफोर्स रिसर्च लेबोरेटरी (US Air Force Research Laboratory) ने एक नए वीडियो में खुलासा किया है कि अमेरिकी सेना ने भविष्य के लिए क्या योजना बनाई है। वीडियो में एक नए जासूसी सैटेलाइट (Spy Satellite) के बारे में बताया गया है, जिसे जल्द ही लॉन्च किया जा सकता है। यह सैटेलाइट धरती से चंद्रमा तक गश्त कर निगरानी रखने का काम करेगा। इस सैटेलाइट को सिस्लुनर हाईवे पेट्रोल सिस्टम (Cislunar Highway Patrol System) नाम दिया गया है। सिस्लुनर स्पेस चंद्रमा की कक्षा के अंदरूनी हिस्से को कहा जाता है।अंतरिक्ष में अमेरिका की निगरानी बढ़ाने की तैयारीवीडियो में बताया गया है कि अब तक अमेरिका का स्पेश मिशन पृथ्वी से 22,000 मील ऊपर फैला हुआ था। वह तब था, यह अब है। यूएस एयरफोर्स रिसर्च लेबोरेटरी उस सीमा को 10 गुना और अमेरिका के ऑपरेटिंग एरिया को 1,000 गुना बढ़ा रही है। यह सैटेलाइट हमारी पहुंच को चंद्रमा तक सिस्लुनर स्पेस में भीड़ से बहुत दूर ले जा रही है। एएफआरएल की वेबसाइट के अनुसार, सिस्लुनर हाईवे पेट्रोल सिस्टम (सीएचपीएस) एक स्पेसफ्लाइट एक्सपेरिमेंट है। इसे चंद्रमा के परिक्रमा पथ के अंदर क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया गया है।अंतरिक्ष में चीन-रूस के खतरों से टेंशन में अमेरिका, स्पेस कमांड को करेगा मजबूतअंतरिक्ष में टकराव को करेगा ट्रैकसीएचपीएस अंतरिक्ष में किसी भी संभावित टकराव को ट्रैक करेगा और स्पेस की निगरानी करेगा। सिक्योर वर्ल्ड फाउंडेशन के प्रोग्राम प्लानिंग के डायरेक्टर ब्रायन वीडेन ने एर्स टेक्निका को बताया कि यह अमेरिकी स्पेस फोर्स के लिए बहुत बड़ा कदम है। इससे वे जान सकेंगे कि सिस्लुनर स्पेस में क्या हो रहा है। इसके अलावा वे अमेरिकी गतिविधियों के लिए संभावित खतरे की भी पहचान करेंगे। वेडेन ने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास नहीं है कि सीएचपीएस का उपयोग खतरों को खत्म करने के लिए किया जाएगा, बल्कि यह सिर्फ जानकारी को पृथ्वी तक भेजेगा।यूएस स्पेस फोर्स की क्षमता में होगा जबरदस्त इजाफायूएस एयरफोर्स रिसर्च लेबोरेटरी ने वीडियो में बताया है कि अमेरिकी स्पेस फोर्स अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण विकास को सुनिश्चित करेगी। वह हमारे अंतरिक्ष मिशनों को दूर तक के इलाकों में सुरक्षित रखने का प्रयास भी करेगी। इसके अलावा अंतरिक्ष का जिम्मेदारी से उपयोग, टकराव से बचाव, ऑन-ऑर्बिट लॉजिस्टिक्स, संचार, नेविगेशन और गतिशीलता को भी सुनिश्चित करेगा।Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐपलेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें Web Title : us space force patrol around moon to scan for threats amid tension with russia, chinaHindi News from Navbharat Times, TIL Network