हिजाब हमारी पहचान है…. भोपाल में मुस्लिम छात्राओं ने बुर्का पहनकर खेला क्रिकेट और फुटबॉल

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| नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Feb 9, 2022, 9:51 PM

एमपी में हिजाब को लेकर विवाद अब भी जारी है। बुधवार को प्रदेश के गृह मंत्री ने साफ कर दिया कि स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने का कोई विचार नहीं है, लेकिन भोपाल में मुस्लिम छात्राओं ने इसको लेकर अनोखे अंदाज में अपना विरोध जताया। उन्होंने बुर्का पहनकर फुटबॉल और क्रिकेट खेला।

Bhopal News: हिजाब कंट्रोवर्सी पर मुस्लिम छात्राओं का अनोखा विरोध, बुर्का पहनकर खेला फुटबॉल

हाइलाइट्स

  • मध्य प्रदेश में भी हिजाब पर जारी है विवाद
  • मुस्लिम छात्राओं ने बुर्का पहनकर खेला फुटबॉल और क्रिकेट
  • छात्राओं ने कहा- हिजाब हमारी पहचान, इसे नहीं छोड़ेंगे
भोपालः मध्य प्रदेश में हिजाब पर बैन लगाने के फैसले पर सरकार के यू-टर्न के बाद भी इस पर विवाद जारी है। राजधानी भोपाल में बुधवार को कॉलेज की छात्राओं ने अनोखे अंदाज में इसको लेकर अपना विरोध बताया। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के इंदिरा प्रियदर्शिनी कॉलेज की छात्राओं ने हिजाब पहनकर क्रिकेट और फुटबॉल खेला। अनोखे विरोध के जरिए छात्राओं ने स्पष्ट बता दिया कि हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के किसी भी फैसले का वो विरोध करेंगी।

छात्राओं ने कहा कि हिजाब मुस्लिम लड़कियों की पहचान है। इसे पहनने के लिए उन पर किसी तरह का दबाव नहीं है। वे अपनी पसंद से इसे पहनती हैं और इस पर प्रतिबंध उन्हें मंजूर नहीं है।

एमपी में हिजाब पर विवाद की शुरुआत मंगलवार को शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बयान से हुई थी। परमार ने कहा था कि स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। छात्रों को यूनिफॉर्म कोड के अनुसार ही स्कूल आना होगा। उन्होंने यह भी बताया था कि सरकार स्कूल यूनिफॉर्म कोड को लेकर काम कर रही है और इसे अगले सेशन से पहले लागू कर दिया जाएगा।

हालांकि, परमनार के बयान पर हंगामा मचने के बाद 24 घंटे के अंदर ही फैसला वापस ले लिया गया। बुधवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हिजाब पर बैन लगाने का विचार नहीं कर रही है। इसके थोड़ी देर बाद परमार ने भी कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। परमार ने कहा कि यूनिफॉर्म को लेकर उनका बयान स्कूलों में समानता, अनुशासन और पहचान से संबंधित था। उनकी सरकार नया यूनिफॉर्म कोड लागू नहीं करेगी। स्कूलों में मौजूदा व्यवस्था ही आगे भी जारी रहेगी।

Hijab news: हिंदू लड़कियों को बिंदी लगाने से नहीं रोका तो फिर मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने से क्यों रोका जा रहा? ह‍िजाब के पक्ष, विपक्ष में तर्क क्‍या हैं?
हिजाब को लेकर मौजूदा विवाद कर्नाटक के कुंडापुरा कॉलेज से शुरू हुआ था। इस कॉलेज की 28 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर क्लास अटेंड करने से रोका गया था। इस मामले में छात्राओं ने हाईकोर्ट में अपील की थी और हिजाब पहनने की अनुमति मांगी थी। छात्राओं ने कॉलेज गेट पर इसके लिए धरना भी दिया था। इसके बाद कर्नाटक के कई कॉलेजों में यही विवाद शुरू हो गया।

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Web Title : muslim girls protest in bhopal over hijab controversy, play football and cricket wearing burqa
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Aditya Pujan | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Feb 9, 2022, 9:51 PMएमपी में हिजाब को लेकर विवाद अब भी जारी है। बुधवार को प्रदेश के गृह मंत्री ने साफ कर दिया कि स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने का कोई विचार नहीं है, लेकिन भोपाल में मुस्लिम छात्राओं ने इसको लेकर अनोखे अंदाज में अपना विरोध जताया। उन्होंने बुर्का पहनकर फुटबॉल और क्रिकेट खेला। Bhopal News: हिजाब कंट्रोवर्सी पर मुस्लिम छात्राओं का अनोखा विरोध, बुर्का पहनकर खेला फुटबॉलहाइलाइट्समध्य प्रदेश में भी हिजाब पर जारी है विवादमुस्लिम छात्राओं ने बुर्का पहनकर खेला फुटबॉल और क्रिकेटछात्राओं ने कहा- हिजाब हमारी पहचान, इसे नहीं छोड़ेंगेभोपालः मध्य प्रदेश में हिजाब पर बैन लगाने के फैसले पर सरकार के यू-टर्न के बाद भी इस पर विवाद जारी है। राजधानी भोपाल में बुधवार को कॉलेज की छात्राओं ने अनोखे अंदाज में इसको लेकर अपना विरोध बताया। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के इंदिरा प्रियदर्शिनी कॉलेज की छात्राओं ने हिजाब पहनकर क्रिकेट और फुटबॉल खेला। अनोखे विरोध के जरिए छात्राओं ने स्पष्ट बता दिया कि हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के किसी भी फैसले का वो विरोध करेंगी।छात्राओं ने कहा कि हिजाब मुस्लिम लड़कियों की पहचान है। इसे पहनने के लिए उन पर किसी तरह का दबाव नहीं है। वे अपनी पसंद से इसे पहनती हैं और इस पर प्रतिबंध उन्हें मंजूर नहीं है। एमपी में हिजाब पर विवाद की शुरुआत मंगलवार को शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बयान से हुई थी। परमार ने कहा था कि स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। छात्रों को यूनिफॉर्म कोड के अनुसार ही स्कूल आना होगा। उन्होंने यह भी बताया था कि सरकार स्कूल यूनिफॉर्म कोड को लेकर काम कर रही है और इसे अगले सेशन से पहले लागू कर दिया जाएगा।हालांकि, परमनार के बयान पर हंगामा मचने के बाद 24 घंटे के अंदर ही फैसला वापस ले लिया गया। बुधवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हिजाब पर बैन लगाने का विचार नहीं कर रही है। इसके थोड़ी देर बाद परमार ने भी कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। परमार ने कहा कि यूनिफॉर्म को लेकर उनका बयान स्कूलों में समानता, अनुशासन और पहचान से संबंधित था। उनकी सरकार नया यूनिफॉर्म कोड लागू नहीं करेगी। स्कूलों में मौजूदा व्यवस्था ही आगे भी जारी रहेगी।Hijab news: हिंदू लड़कियों को बिंदी लगाने से नहीं रोका तो फिर मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने से क्यों रोका जा रहा? ह‍िजाब के पक्ष, विपक्ष में तर्क क्‍या हैं?हिजाब को लेकर मौजूदा विवाद कर्नाटक के कुंडापुरा कॉलेज से शुरू हुआ था। इस कॉलेज की 28 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर क्लास अटेंड करने से रोका गया था। इस मामले में छात्राओं ने हाईकोर्ट में अपील की थी और हिजाब पहनने की अनुमति मांगी थी। छात्राओं ने कॉलेज गेट पर इसके लिए धरना भी दिया था। इसके बाद कर्नाटक के कई कॉलेजों में यही विवाद शुरू हो गया।Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐपलेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें Web Title : muslim girls protest in bhopal over hijab controversy, play football and cricket wearing burqaHindi News from Navbharat Times, TIL Network

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