
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चल रही वेब सीरीज आश्रम 3 की शूटिंग के दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सेट पर हमला कर दिया। अरेरा हिल्स में पुरानी जेल में चल रही शूटिंग के दौरान बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर जेल परिसर के भीतर जाकर वेब सीरीज टीम के कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। अब इस मामले ने भी राजनीतिक रूप ले लिया है।
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मध्य प्रदेश के भोपाल में फिल्म डायरेक्टर प्रकाश झा की वेब सीरीज आश्रम 3 की शूटिंग के दौरान मारपीट की घटना पर राजनीति शुरू हो चुकी है। बताया जाता है कि बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने वेब सीरीज आश्रम 3 के सेट पर जाकर खूब हंगामा किया और वेब सीरीज की यूनिट को पीटने के साथ ही प्रकाश झा पर स्याही भी फेंकी हैं। गौरतलब है कि फिल्म डायरेक्टर प्रकाश झा बिहार के बेतिया जिले के रहने वाले है, लिहाजा बिहार की विपक्षी पार्टी आरजेडी ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा है।
बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने प्रकाश झा पर आश्रम 3 के जरिए हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है। प्रदर्शन करने वाले लोगों को कहना था कि अगर वेब सीरीज का नाम नहीं बदला गया तो वह न तो शूटिंग होने देंगे न ही वह इसका प्रसारण नहीं होने देंगे। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान सेट पर अभिनेता बॉबी देओल भी सेट पर मौजूद थे। हालांकि कहा जा रहा है कि इस मामले प्रकाश झा ने अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है और उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वह सीरीज का नाम बदल देंगे।
मोदी जी के राज में इसका फैसला सड़कों पर होने लगा है : आरजेडी
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने मध्य प्रदेश में आश्रम 3 के सेट पर हुए हंगामा के जरिए केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के जन्मदिन के दिन नाथूराम गोडसे जिंदाबाद के नारे का अभियान चला। लेकिन हमारे गाँधी प्रेमी नीतीश जी का मुँह नहीं खुला। ख़बर है कि मध्य प्रदेश में प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता प्रकाश झा और उनकी टीम पर कट्टरपंथियों ने हमला किया. कैमरे तोड़ डाले। प्रकाश झा के मुँह पर स्याही फेंकी।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि प्रदर्शन करने वालो का आरोप है कि जो वेब फ़िल्म प्रकाश जी बना रहे हैं, उससे हिंदू धर्म का अपमान हो रहा है। शिवानंद तिवारी ने पूछा, हिंदू धर्म क्या है और प्रकाश झा या अन्य किस प्रकार उसका अपमान कर रहे हैं, मोदी जी के राज में इसका फ़ैसला सड़कों पर होने लगा है। उन्होंने आगे कहा कि सब लोग जानते हैं कि प्रकाश झा बिहारी हैं। क्या यह उम्मीद की जा सकती है कि एक प्रसिद्ध बिहारी फ़िल्म निर्माता के साथ हुए दुर्व्यवहार पर नीतीश कुमार मध्य प्रदेश सरकार से कम से कम औपचारिक विरोध दर्ज करा कर बिहार के मुख्यमंत्री होने का अपना औचित्य साबित करेंगे।
स्ट्रीमिंग सर्विसेज के कंटेंट पर लगाम लगाना जरूरी
स्ट्रीमिंग सर्विसेज के जरिए लोगों के सामने आपराधिक घटना, मारधाड़, सेक्स प्रदर्शन, गाली गलौज, धर्म खासकर हिंदू धर्म को लेकर आपत्तिजनक बातें यानी जो मर्जी वह दिखाने की आजादी है। स्ट्रीमिंग सर्विसेज को इंटरनेट के माध्यम से लोग ऑनलाइन वीडियो या सिनेमा या वेब सीरीज देख रहे हैं। स्ट्रीमिंग सेवा के जरिए परोसी जाने वाली ज्यादातर वेब सीरीज सिनेमा या ड्रामा कोई भी व्यक्ति परिवार के साथ बैठकर नहीं देख सकता। यानी यह समाज को दूषित करने का एक जरिया बन चुका है। बड़े-बड़े फिल्म डायरेक्टर भी अब सेंसर बोर्ड से बचने के लिए स्ट्रीमिंग के जरिए सिनेमा, वेब सीरीज लोगों के सामने परोस रहे हैं।
नीतीश ने PM मोदी को पत्र लिखकर स्ट्रीमिंग सर्विसेज के कंटेंट पर सेंसरशिप लगाने की मांग की थी
जून 2020 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंटरनेट पर चलने वाली स्ट्रीमिंग सर्विसेज पर उपलब्ध कंटेंट पर सेंसरशिप लगाने की मांग करते हुए पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी थी। नीतीश ने पत्र में लिखा था कि स्ट्रीमिंग सर्विसेज पर उपलब्ध कंटेंट बिना सेंसर के लोगों तक पहुंच रहा है। इसकी वजह से कई लोग अश्लील हिंसक और अनुचित कंटेंट देख रहे हैं। ऐसे कार्यक्रम बहुत लोगों की मानसिकता को विकृत करते हैं। इसके अलावा इसके लगातार उपयोग करने से कुछ लोगों की मानसिकता नकारात्मक रूप से प्रभावित हो रही है। जिससे कई प्रकार की सामाजिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। खासकर महिला और बच्चों के प्रति अपराधों में वृद्धि हो रही है।
नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि स्ट्रीमिंग सर्विसेज पर सेंसरशिप लागू न होने की वजह से अपराधिक मारधाड़, सेक्स प्रदर्शन वाली फिल्में और सीरियल इन चैनलों पर दिखाए जाते हैं। चूंकि यह कार्यक्रम किसी अन्य माध्यम से उपलब्ध नहीं होते, लिहाजा इन्हें केवल स्ट्रीमिंग सर्विसेज के माध्यम से ही लोग देखते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि इन पर जो कार्यक्रम आते हैं, नियमों और कानूनों का स्पष्ट न होने की वजह से ना तो उन पर सेंसरशिप लागू होती है, ना ही उन पर किसी तरह का विज्ञापन आता है।
नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि स्ट्रीमिंग सर्विसेज के माध्यम से प्रसारित हो रहे हर कार्यक्रम को सिनेमैटोग्राफ एक्ट के तहत सर्टिफिकेशन के दायरे में लाने की जरूरत है। इसके साथ ही अश्लील और हिंसक कार्यक्रमों के प्रसारण को भी अपराध की श्रेणी मिलाना चाहिए, ताकि संबंधित व्यक्तियों पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। क्योंकि यह एक ऑनलाइन वीडियो लाइब्रेरी ग्रुप में काम करता है और इस का रेट भी डीटीएच और केबल सेवाओं से काफी कम रहता है। लिहाजा उपभोक्ता इस का ज्यादा उपयोग कर रहे हैं।
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Web Title : bihar news : on ashram 3 web series controversy rjd leader shivanand tiwari asked what is hinduism and how prakash jha or others are insulting it
Hindi News from Navbharat Times, TIL Network
Written by Neel Kamal | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Oct 25, 2021, 9:04 PMमध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चल रही वेब सीरीज आश्रम 3 की शूटिंग के दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सेट पर हमला कर दिया। अरेरा हिल्स में पुरानी जेल में चल रही शूटिंग के दौरान बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर जेल परिसर के भीतर जाकर वेब सीरीज टीम के कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। अब इस मामले ने भी राजनीतिक रूप ले लिया है।पटना।मध्य प्रदेश के भोपाल में फिल्म डायरेक्टर प्रकाश झा की वेब सीरीज आश्रम 3 की शूटिंग के दौरान मारपीट की घटना पर राजनीति शुरू हो चुकी है। बताया जाता है कि बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने वेब सीरीज आश्रम 3 के सेट पर जाकर खूब हंगामा किया और वेब सीरीज की यूनिट को पीटने के साथ ही प्रकाश झा पर स्याही भी फेंकी हैं। गौरतलब है कि फिल्म डायरेक्टर प्रकाश झा बिहार के बेतिया जिले के रहने वाले है, लिहाजा बिहार की विपक्षी पार्टी आरजेडी ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा है।बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने प्रकाश झा पर आश्रम 3 के जरिए हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है। प्रदर्शन करने वाले लोगों को कहना था कि अगर वेब सीरीज का नाम नहीं बदला गया तो वह न तो शूटिंग होने देंगे न ही वह इसका प्रसारण नहीं होने देंगे। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान सेट पर अभिनेता बॉबी देओल भी सेट पर मौजूद थे। हालांकि कहा जा रहा है कि इस मामले प्रकाश झा ने अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है और उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वह सीरीज का नाम बदल देंगे।मोदी जी के राज में इसका फैसला सड़कों पर होने लगा है : आरजेडीराष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने मध्य प्रदेश में आश्रम 3 के सेट पर हुए हंगामा के जरिए केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के जन्मदिन के दिन नाथूराम गोडसे जिंदाबाद के नारे का अभियान चला। लेकिन हमारे गाँधी प्रेमी नीतीश जी का मुँह नहीं खुला। ख़बर है कि मध्य प्रदेश में प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता प्रकाश झा और उनकी टीम पर कट्टरपंथियों ने हमला किया. कैमरे तोड़ डाले। प्रकाश झा के मुँह पर स्याही फेंकी।शिवानंद तिवारी ने कहा कि प्रदर्शन करने वालो का आरोप है कि जो वेब फ़िल्म प्रकाश जी बना रहे हैं, उससे हिंदू धर्म का अपमान हो रहा है। शिवानंद तिवारी ने पूछा, हिंदू धर्म क्या है और प्रकाश झा या अन्य किस प्रकार उसका अपमान कर रहे हैं, मोदी जी के राज में इसका फ़ैसला सड़कों पर होने लगा है। उन्होंने आगे कहा कि सब लोग जानते हैं कि प्रकाश झा बिहारी हैं। क्या यह उम्मीद की जा सकती है कि एक प्रसिद्ध बिहारी फ़िल्म निर्माता के साथ हुए दुर्व्यवहार पर नीतीश कुमार मध्य प्रदेश सरकार से कम से कम औपचारिक विरोध दर्ज करा कर बिहार के मुख्यमंत्री होने का अपना औचित्य साबित करेंगे।स्ट्रीमिंग सर्विसेज के कंटेंट पर लगाम लगाना जरूरीस्ट्रीमिंग सर्विसेज के जरिए लोगों के सामने आपराधिक घटना, मारधाड़, सेक्स प्रदर्शन, गाली गलौज, धर्म खासकर हिंदू धर्म को लेकर आपत्तिजनक बातें यानी जो मर्जी वह दिखाने की आजादी है। स्ट्रीमिंग सर्विसेज को इंटरनेट के माध्यम से लोग ऑनलाइन वीडियो या सिनेमा या वेब सीरीज देख रहे हैं। स्ट्रीमिंग सेवा के जरिए परोसी जाने वाली ज्यादातर वेब सीरीज सिनेमा या ड्रामा कोई भी व्यक्ति परिवार के साथ बैठकर नहीं देख सकता। यानी यह समाज को दूषित करने का एक जरिया बन चुका है। बड़े-बड़े फिल्म डायरेक्टर भी अब सेंसर बोर्ड से बचने के लिए स्ट्रीमिंग के जरिए सिनेमा, वेब सीरीज लोगों के सामने परोस रहे हैं।नीतीश ने PM मोदी को पत्र लिखकर स्ट्रीमिंग सर्विसेज के कंटेंट पर सेंसरशिप लगाने की मांग की थीजून 2020 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंटरनेट पर चलने वाली स्ट्रीमिंग सर्विसेज पर उपलब्ध कंटेंट पर सेंसरशिप लगाने की मांग करते हुए पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी थी। नीतीश ने पत्र में लिखा था कि स्ट्रीमिंग सर्विसेज पर उपलब्ध कंटेंट बिना सेंसर के लोगों तक पहुंच रहा है। इसकी वजह से कई लोग अश्लील हिंसक और अनुचित कंटेंट देख रहे हैं। ऐसे कार्यक्रम बहुत लोगों की मानसिकता को विकृत करते हैं। इसके अलावा इसके लगातार उपयोग करने से कुछ लोगों की मानसिकता नकारात्मक रूप से प्रभावित हो रही है। जिससे कई प्रकार की सामाजिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। खासकर महिला और बच्चों के प्रति अपराधों में वृद्धि हो रही है।नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि स्ट्रीमिंग सर्विसेज पर सेंसरशिप लागू न होने की वजह से अपराधिक मारधाड़, सेक्स प्रदर्शन वाली फिल्में और सीरियल इन चैनलों पर दिखाए जाते हैं। चूंकि यह कार्यक्रम किसी अन्य माध्यम से उपलब्ध नहीं होते, लिहाजा इन्हें केवल स्ट्रीमिंग सर्विसेज के माध्यम से ही लोग देखते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि इन पर जो कार्यक्रम आते हैं, नियमों और कानूनों का स्पष्ट न होने की वजह से ना तो उन पर सेंसरशिप लागू होती है, ना ही उन पर किसी तरह का विज्ञापन आता है।नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि स्ट्रीमिंग सर्विसेज के माध्यम से प्रसारित हो रहे हर कार्यक्रम को सिनेमैटोग्राफ एक्ट के तहत सर्टिफिकेशन के दायरे में लाने की जरूरत है। इसके साथ ही अश्लील और हिंसक कार्यक्रमों के प्रसारण को भी अपराध की श्रेणी मिलाना चाहिए, ताकि संबंधित व्यक्तियों पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। क्योंकि यह एक ऑनलाइन वीडियो लाइब्रेरी ग्रुप में काम करता है और इस का रेट भी डीटीएच और केबल सेवाओं से काफी कम रहता है। लिहाजा उपभोक्ता इस का ज्यादा उपयोग कर रहे हैं।Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐपलेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें Web Title : bihar news : on ashram 3 web series controversy rjd leader shivanand tiwari asked what is hinduism and how prakash jha or others are insulting itHindi News from Navbharat Times, TIL Network
