गाजियाबाद10 घंटे पहले
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कॉफिन में बेटे कार्तिक के शव को दुलारती मां।
आखिर मेरे बेटे की गलती क्या थी…क्यों उसकी हत्या कर दी गई? कॉफिन में लेटे बेटे के शव को पुचकारते हुए मां पूजा यही कहे चली जा रही थीं। परिजन उन्हें शांत कराने का प्रयास कर रहे थे। अचानक वो चिल्लाई, हमें इस मौत का इंसाफ चाहिए। भले ही टोरंटो तक जाना पड़े। मेरे बेटे के हत्यारे को पकड़ना होगा। फिर रोते हुए बेसुध होने से पहले बुदबुदाई…कितने सपने सजाए थे। सब टूटकर बिखर गए।
गाजियाबाद के रहने वाले छात्र कार्तिक वासुदेव की टोरंटो में 7 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसका शव शनिवार दोपहर दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंचा। यहां से शव को एंबुलेंस से राजेंद्रनगर सेक्टर-5 स्थित घर पर लाया गया। शव देखते ही मां-पिता का दर्द फूट पड़ा।
3 महीने पहले एमबीए करने टोरंटो गया था कार्तिक

एमबीए छात्र कार्तिक वासुदेव की 7 अप्रैल को टोरंटो में हत्या कर दी गई थी।
कार्तिक वासुदेव कनाडा की कैपिटल टोरंटो में ग्लोबल मार्केट मैनेजमेंट के सेकेंड ईयर के स्टूडेंट थे। वह 4 जनवरी को ही भारत से गए थे। 7 अप्रैल को उन्हें मेट्रो स्टेशन के नजदीक सब-वे के बाहर गोली मार दी गई थी। अस्पताल में कार्तिक की मौत हो गई।
इस मामले में टोरंटो पुलिस ने रिचर्ड जोनाथन नाम के एक ब्लैक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उस पर एक और व्यक्ति की हत्या करने का आरोप है। टोरंटो पुलिस अभी तक यह नहीं बता पाई है कि आरोपी ने कार्तिक और दूसरे व्यक्ति की हत्या क्यों की? हत्यारोपी ने इतना जरूर कुबूला है कि वह इससे पहले कार्तिक को कभी नहीं जानता था।

कनाडा से शव दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा, वहां से एंबुलेंस से गाजियाबाद लाया गया।
परिजन बोले- हमने कार्तिक के लिए बहुत सपने देखे थे
कार्तिक वासुदेव का शव फ्लाइट से शनिवार शाम IGI एयरपोर्ट दिल्ली लाया गया। यहां से एंबुलेंस से गाजियाबाद के साहिबाबाद क्षेत्र स्थित घर पर लाया गया। पिता जितेश वासुदेव, मां पूजा वासुदेव और छोटे भाई पार्थ वासुदेव समेत अन्य परिजन शव देखते ही बिलख पड़े। मां मृत बेटे के शरीर से चिपक गईं। रो-रोकर उनका हाल बेहाल था। वह बार-बार बेहोश हो जा रही थीं। परिजनों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसा दिन भी देखने को मिलेगा। वह बार-बार कह रहे थे कि हमने कार्तिक के लिए बहुत सपने देखे थे।

कार्तिक का शव देखते ही उनके परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए।
कार्तिक के परिजन कनाडा जाएंगे
कार्तिक के पिता जितेश वासुदेव गुरुग्राम की कंपनी में जॉब करते हैं। उन्होंने बताया, मैं पत्नी और बेटे के साथ कनाडा जाऊंगा और इस केस की पैरवी करुंगा। इसके लिए कनाडा दूतावास से वीजा मिल गया है। पिता का कहना है कि वे हत्या की वजह जानना चाहते हैं। कार्तिक के कमरे को भी देखेंगे। उसके दोस्तों से बात करेंगे और पुलिस अफसरों से भी इस बारे में तहकीकात करेंगे।
गाजियाबाद10 घंटे पहलेकॉपी लिंकवीडियोकॉफिन में बेटे कार्तिक के शव को दुलारती मां।आखिर मेरे बेटे की गलती क्या थी…क्यों उसकी हत्या कर दी गई? कॉफिन में लेटे बेटे के शव को पुचकारते हुए मां पूजा यही कहे चली जा रही थीं। परिजन उन्हें शांत कराने का प्रयास कर रहे थे। अचानक वो चिल्लाई, हमें इस मौत का इंसाफ चाहिए। भले ही टोरंटो तक जाना पड़े। मेरे बेटे के हत्यारे को पकड़ना होगा। फिर रोते हुए बेसुध होने से पहले बुदबुदाई…कितने सपने सजाए थे। सब टूटकर बिखर गए।गाजियाबाद के रहने वाले छात्र कार्तिक वासुदेव की टोरंटो में 7 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसका शव शनिवार दोपहर दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंचा। यहां से शव को एंबुलेंस से राजेंद्रनगर सेक्टर-5 स्थित घर पर लाया गया। शव देखते ही मां-पिता का दर्द फूट पड़ा।3 महीने पहले एमबीए करने टोरंटो गया था कार्तिकएमबीए छात्र कार्तिक वासुदेव की 7 अप्रैल को टोरंटो में हत्या कर दी गई थी।कार्तिक वासुदेव कनाडा की कैपिटल टोरंटो में ग्लोबल मार्केट मैनेजमेंट के सेकेंड ईयर के स्टूडेंट थे। वह 4 जनवरी को ही भारत से गए थे। 7 अप्रैल को उन्हें मेट्रो स्टेशन के नजदीक सब-वे के बाहर गोली मार दी गई थी। अस्पताल में कार्तिक की मौत हो गई।इस मामले में टोरंटो पुलिस ने रिचर्ड जोनाथन नाम के एक ब्लैक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उस पर एक और व्यक्ति की हत्या करने का आरोप है। टोरंटो पुलिस अभी तक यह नहीं बता पाई है कि आरोपी ने कार्तिक और दूसरे व्यक्ति की हत्या क्यों की? हत्यारोपी ने इतना जरूर कुबूला है कि वह इससे पहले कार्तिक को कभी नहीं जानता था।कनाडा से शव दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा, वहां से एंबुलेंस से गाजियाबाद लाया गया।परिजन बोले- हमने कार्तिक के लिए बहुत सपने देखे थेकार्तिक वासुदेव का शव फ्लाइट से शनिवार शाम IGI एयरपोर्ट दिल्ली लाया गया। यहां से एंबुलेंस से गाजियाबाद के साहिबाबाद क्षेत्र स्थित घर पर लाया गया। पिता जितेश वासुदेव, मां पूजा वासुदेव और छोटे भाई पार्थ वासुदेव समेत अन्य परिजन शव देखते ही बिलख पड़े। मां मृत बेटे के शरीर से चिपक गईं। रो-रोकर उनका हाल बेहाल था। वह बार-बार बेहोश हो जा रही थीं। परिजनों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसा दिन भी देखने को मिलेगा। वह बार-बार कह रहे थे कि हमने कार्तिक के लिए बहुत सपने देखे थे।कार्तिक का शव देखते ही उनके परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए।कार्तिक के परिजन कनाडा जाएंगेकार्तिक के पिता जितेश वासुदेव गुरुग्राम की कंपनी में जॉब करते हैं। उन्होंने बताया, मैं पत्नी और बेटे के साथ कनाडा जाऊंगा और इस केस की पैरवी करुंगा। इसके लिए कनाडा दूतावास से वीजा मिल गया है। पिता का कहना है कि वे हत्या की वजह जानना चाहते हैं। कार्तिक के कमरे को भी देखेंगे। उसके दोस्तों से बात करेंगे और पुलिस अफसरों से भी इस बारे में तहकीकात करेंगे।