भारत में कोरोना का नया टीका:100 डिग्री सेल्सियस टेम्परेचर भी सहन कर लेगा, डेल्टा-ओमिक्रॉन जैसे हर कोरोना वैरिएंट के खिलाफ असरदार

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नई दिल्ली12 घंटे पहले

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भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ एक और टीका विकसित किया जा रहा है, इसे रेफ्रिजरेटर या कोल्ड स्टोरेज में रखने की जरूरत नहीं होगी। ये टीका गर्म मौसम को भी सहन कर लेगा। साथ ही डेल्टा और ओमीक्रोन सहित कोरोना वायरस के अन्य वैरिएंट के खिलाफ मजबूत एंटीबॉडी पैदा करने में असरदार होगा।

चूहो पर की स्टडी

चूहों पर की गई एक स्टडी में यह बात सामने आई है। बेंगलुरु में स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान और बायोटेक की स्टार्ट-अप कंपनी ‘मायनवैक्स’ द्वारा यह टीका तैयार किया जा रहा है। टीके में वायरल स्पाइक प्रोटीन के एक हिस्से का उपयोग किया गया है जिसे रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन (आरबीडी) कहा जाता है।

37 डिग्री पर एक महीने रखा जा सकेगा

100 डिग्री सेल्सियस टेम्परेचर पर यह टीका डेढ़ घंटे तक रह सकेगा।

100 डिग्री सेल्सियस टेम्परेचर पर यह टीका डेढ़ घंटे तक रह सकेगा।

गर्मी को सहन करने वाले इस कोविड-19 टीके को चार सप्ताह के लिए 37 डिग्री सेल्सियस और 90 मिनट तक 100 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखा जा सकता है।

कोविशील्ड टीके को चाहिए 2 से 8 डिग्री टेम्परेचर

ऑस्ट्रेलिया के कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (सीएसआईआरओ) के रिसर्चर्स की एक टीम ने कहा कि अधिकांश टीकों को प्रभावी रखने के लिए रेफ्रिजरेशन की जरूरत होती है। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन, जिसे भारत में कोविशील्ड के रूप में जाना जाता है, को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखना होता है। जबकि फाइजर टीके के लिये शून्य से 70 डिग्री सेल्सियस नीचे तक तापमान की जरूरत होती है।

कोरोना के सभी वैरिएंट पर असरदार
यह डेल्टा और ओमीक्रोन सहित कोरोना वायरस के अन्य वैरिएंट के खिलाफ मजबूत एंटीबॉडी पैदा करने में सक्षम है।

Hindi NewsNationalWill Tolerate Even 100 Degree Celsius Temperature, Effective Against Every Corona Variant Like Delta Omicronनई दिल्ली12 घंटे पहलेकॉपी लिंकभारत में कोरोना वायरस के खिलाफ एक और टीका विकसित किया जा रहा है, इसे रेफ्रिजरेटर या कोल्ड स्टोरेज में रखने की जरूरत नहीं होगी। ये टीका गर्म मौसम को भी सहन कर लेगा। साथ ही डेल्टा और ओमीक्रोन सहित कोरोना वायरस के अन्य वैरिएंट के खिलाफ मजबूत एंटीबॉडी पैदा करने में असरदार होगा।चूहो पर की स्टडीचूहों पर की गई एक स्टडी में यह बात सामने आई है। बेंगलुरु में स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान और बायोटेक की स्टार्ट-अप कंपनी ‘मायनवैक्स’ द्वारा यह टीका तैयार किया जा रहा है। टीके में वायरल स्पाइक प्रोटीन के एक हिस्से का उपयोग किया गया है जिसे रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन (आरबीडी) कहा जाता है।37 डिग्री पर एक महीने रखा जा सकेगा100 डिग्री सेल्सियस टेम्परेचर पर यह टीका डेढ़ घंटे तक रह सकेगा।गर्मी को सहन करने वाले इस कोविड-19 टीके को चार सप्ताह के लिए 37 डिग्री सेल्सियस और 90 मिनट तक 100 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखा जा सकता है।कोविशील्ड टीके को चाहिए 2 से 8 डिग्री टेम्परेचरऑस्ट्रेलिया के कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (सीएसआईआरओ) के रिसर्चर्स की एक टीम ने कहा कि अधिकांश टीकों को प्रभावी रखने के लिए रेफ्रिजरेशन की जरूरत होती है। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन, जिसे भारत में कोविशील्ड के रूप में जाना जाता है, को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखना होता है। जबकि फाइजर टीके के लिये शून्य से 70 डिग्री सेल्सियस नीचे तक तापमान की जरूरत होती है।कोरोना के सभी वैरिएंट पर असरदारयह डेल्टा और ओमीक्रोन सहित कोरोना वायरस के अन्य वैरिएंट के खिलाफ मजबूत एंटीबॉडी पैदा करने में सक्षम है।

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