Mutual Fund: मल्टी असेट फंड में निवेश से मिलते हैं कई तरह के लाभ, जानिए इसकी क्या है विशेषता

Mutual Fund: मल्टी असेट फंड में निवेश से मिलते हैं कई तरह के लाभ, जानिए इसकी क्या है विशेषता

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Authored by | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Oct 27, 2021, 8:07 AM

हर असेट क्लास का पर्फोमेंस (Asset Class Performance) एक तरह से नहीं होता है। कभी-कभी इक्विटी (Equity) अच्छा प्रदर्शन करती है, तो कभी डेट (Debt) या सोना (Gold) अच्छा प्रदर्शन करता है। यदि आपके फंड (Fund) में इन सबका समावेश होगा तो आपको हर स्थिति में फायदा ही होगा।

मल्टी असेट क्लास में इक्विटी, बॉण्ड, कैश सभी का होता है समावेश

मल्टी असेट क्लास में इक्विटी, बॉण्ड, कैश सभी का होता है समावेश

हाइलाइट्स

  • लोग म्यूचुअल फंड में निवेश के वक्त इस बात को समझना भूल जाते हैं कि उनके फंड में किस तरह का असेट है
  • विशेषज्ञ कहते हैं कि आपके फंड में कई तरह के असेट क्लास हो
  • इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो को कई असेट क्लास में फैलाने का एक महत्वपूर्ण लाभ यह होता है कि इससे रिस्क काफी हद तक कम हो जाता है

मुंबई
बात जब म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में इंवेस्टमेंट (Investment in Mutual Fund) की आती है तो एक अहम सवाल सामने आता है। यह सवाल है पोर्टफोलियो (Portfolio) में किस तरह का असेट क्लास (Asset Class) हो? इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो (Investment Portfolio) को कई असेट क्लास में फैलाने का एक महत्वपूर्ण लाभ यह होता है कि इससे रिस्क (Risk) काफी हद तक कम हो जाता है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सभी असेट क्लास एक निश्चित समय में समान तरीके से प्रदर्शन नहीं करते हैं। आज हम बात करेंगे मल्टी असेट फंड (Multi Asset Fund) की। इसमें निवेश से आपको कई तरह के लाभ मिलते हैं जो कि अन्य फंड में नहीं मिलते।

कभी इक्विटी, कभी डेट तो कभी गोल्ड का पर्फोमेंस बेहतर
PM इन्वेस्टमेंट के प्रोपराइटर प्रेम सुंदरदास मंगतानी कहते हैं कि हर असेट क्लास का पर्फोमेंस एक तरह से नहीं होता है। कभी-कभी इक्विटी अच्छा प्रदर्शन करती है, तो कभी डेट या सोना अच्छा प्रदर्शन करता है। इसी तरह, जब एक असेट क्लास नेगेटिव होता है तो दूसरा असेट क्लास पॉजिटिव की ओर होने लगता है। यह सुनिश्चित करता है कि किसी एक विशेष असेट क्लास में तेज नकारात्मक उतार-चढ़ाव का आपके निवेश पोर्टफोलियो पर बड़ा प्रभाव न पड़े। नतीजतन, अपने पोर्टफोलियो को कई असेट क्लास में विविधता (diversification) प्रदान कर, आप अपने पोर्टफोलियो में भारी नुकसान के जोखिम को कम करते हैं। इसे ही म्यूचुअल फंड की भाषा में मल्टी असेट क्लास के नाम से जानते हैं।

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इस कैटेगरी में कई ऑफर्स
उनका कहना है कि यूं तो इस कैटेगरी में कई ऑफर्स हैं, पर एक फंड जिसने लगातार सकारात्मक निवेश का अनुभव दिया है, वह है आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड। इसमें महत्वपूर्ण सवाल यह होता है कि निवेश के माहौल में जब बदलाव होता है तो आप दूसरे असेट क्लास में कैसे निवेश करते हैं और कैसे एक क्लास से दूसरे में शिफ्ट होते हैं।

मल्टी असेट क्लास में कहां-कहां होता है निवेश
मंगतानी कहते हैं कि पूरी तरह से विविधीकरण (diversification) प्राप्त करने के लिए कई तरह के असेट में निवेश करना होता है। इस प्रयास में ये फंड इक्विटी, कैश, बॉण्ड समेत कई असेट क्लास में निवेश करते हैं। जबकि, अधिकांश फंड मुख्य रूप से इक्विटी और डेट में निवेश करते हैं। हालांकि, कई ऐसे भी फंड हैं जो अतिरिक्त रूप से सोने, आरईआईटीएस, इनविट में निवेश करते हैं। मल्टी असेट म्यूचुअल फंड में निवेश करने के कई फायदे हैं। हालांकि, जब म्यूचुअल फंड निवेश में खरीदते और बेचते हैं, तो वे इन टैक्स का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी नहीं होते हैं। इस प्रकार, मल्टी असेट फंड में निवेश अपेक्षाकृत अधिक टैक्स बचाने वाला होता है।

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मार्केट कैपिटलाइजेशन में मिलता है डाइवर्सिफिकेशन का लाभ
उनका कहना है कि जब आप मल्टी असेट फंड (Multi Asset Fund) में निवेश करते हैं तो आपको न केवल असेट क्लास डायवर्सिफिकेशन (Asset Class Diversification) मिलता है बल्कि बाजार पूंजीकरण में लार्ज-कैप (Large Cap), मिड-कैप (Mid Cap) और स्मॉल-कैप (Small Cap) निवेश करके डाइवर्सिफिकेशन भी प्राप्त किया जा सकता है। नतीजतन, आप यथायोग्य डाइवर्सिफिकेशन प्राप्त करने में सक्षम हो जाते हैं। यह शायद मल्टी असेट फंड का सबसे बड़ा लाभ है। मल्टी असेट फंड में, कुशल फंड मैनेजर (Fund Manager) निवेश पोर्टफोलियो को स्वचालित रूप से पुनर्संतुलित करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि एक्सपोजर असेट क्लास के सही सेट पर बना रहे।

कैपिटल गेन टैक्स का करना होगा भुगतान
उनके मुताबिक, एक निवेशक के रूप में, यदि आप अपने पोर्टफोलियो को पुनर्संतुलित या री-बैलेंसिंग करना चाहते हैं, तो आपको अपने निवेश को एक असेट क्लास में भुनाना होगा और फिर दूसरे असेट क्लास में पुन: आवंटित करना होगा। इसका मतलब यह है कि जब आप रिडीम करते हैं, तो आपको होल्डिंग अवधि के आधार पर शार्ट टर्म या लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (Capital Gain Tax) का भुगतान करना होगा।

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Web Title : investing in multi asset fund gives many benefits, know what are its features
Hindi News from Navbharat Times, TIL Network

Authored by शिशिर चौरसिया | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Oct 27, 2021, 8:07 AMहर असेट क्लास का पर्फोमेंस (Asset Class Performance) एक तरह से नहीं होता है। कभी-कभी इक्विटी (Equity) अच्छा प्रदर्शन करती है, तो कभी डेट (Debt) या सोना (Gold) अच्छा प्रदर्शन करता है। यदि आपके फंड (Fund) में इन सबका समावेश होगा तो आपको हर स्थिति में फायदा ही होगा।मल्टी असेट क्लास में इक्विटी, बॉण्ड, कैश सभी का होता है समावेशहाइलाइट्सलोग म्यूचुअल फंड में निवेश के वक्त इस बात को समझना भूल जाते हैं कि उनके फंड में किस तरह का असेट हैविशेषज्ञ कहते हैं कि आपके फंड में कई तरह के असेट क्लास होइंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो को कई असेट क्लास में फैलाने का एक महत्वपूर्ण लाभ यह होता है कि इससे रिस्क काफी हद तक कम हो जाता हैमुंबईबात जब म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में इंवेस्टमेंट (Investment in Mutual Fund) की आती है तो एक अहम सवाल सामने आता है। यह सवाल है पोर्टफोलियो (Portfolio) में किस तरह का असेट क्लास (Asset Class) हो? इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो (Investment Portfolio) को कई असेट क्लास में फैलाने का एक महत्वपूर्ण लाभ यह होता है कि इससे रिस्क (Risk) काफी हद तक कम हो जाता है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सभी असेट क्लास एक निश्चित समय में समान तरीके से प्रदर्शन नहीं करते हैं। आज हम बात करेंगे मल्टी असेट फंड (Multi Asset Fund) की। इसमें निवेश से आपको कई तरह के लाभ मिलते हैं जो कि अन्य फंड में नहीं मिलते।कभी इक्विटी, कभी डेट तो कभी गोल्ड का पर्फोमेंस बेहतरPM इन्वेस्टमेंट के प्रोपराइटर प्रेम सुंदरदास मंगतानी कहते हैं कि हर असेट क्लास का पर्फोमेंस एक तरह से नहीं होता है। कभी-कभी इक्विटी अच्छा प्रदर्शन करती है, तो कभी डेट या सोना अच्छा प्रदर्शन करता है। इसी तरह, जब एक असेट क्लास नेगेटिव होता है तो दूसरा असेट क्लास पॉजिटिव की ओर होने लगता है। यह सुनिश्चित करता है कि किसी एक विशेष असेट क्लास में तेज नकारात्मक उतार-चढ़ाव का आपके निवेश पोर्टफोलियो पर बड़ा प्रभाव न पड़े। नतीजतन, अपने पोर्टफोलियो को कई असेट क्लास में विविधता (diversification) प्रदान कर, आप अपने पोर्टफोलियो में भारी नुकसान के जोखिम को कम करते हैं। इसे ही म्यूचुअल फंड की भाषा में मल्टी असेट क्लास के नाम से जानते हैं।प्रॉडक्ट का कंट्री ऑफ ओरिजिन: गलत जानकारी देने को लेकर सरकार ने ई-कॉमर्स कंपनियों को जारी किए 202 नोटिसइस कैटेगरी में कई ऑफर्सउनका कहना है कि यूं तो इस कैटेगरी में कई ऑफर्स हैं, पर एक फंड जिसने लगातार सकारात्मक निवेश का अनुभव दिया है, वह है आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड। इसमें महत्वपूर्ण सवाल यह होता है कि निवेश के माहौल में जब बदलाव होता है तो आप दूसरे असेट क्लास में कैसे निवेश करते हैं और कैसे एक क्लास से दूसरे में शिफ्ट होते हैं। मल्टी असेट क्लास में कहां-कहां होता है निवेशमंगतानी कहते हैं कि पूरी तरह से विविधीकरण (diversification) प्राप्त करने के लिए कई तरह के असेट में निवेश करना होता है। इस प्रयास में ये फंड इक्विटी, कैश, बॉण्ड समेत कई असेट क्लास में निवेश करते हैं। जबकि, अधिकांश फंड मुख्य रूप से इक्विटी और डेट में निवेश करते हैं। हालांकि, कई ऐसे भी फंड हैं जो अतिरिक्त रूप से सोने, आरईआईटीएस, इनविट में निवेश करते हैं। मल्टी असेट म्यूचुअल फंड में निवेश करने के कई फायदे हैं। हालांकि, जब म्यूचुअल फंड निवेश में खरीदते और बेचते हैं, तो वे इन टैक्स का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी नहीं होते हैं। इस प्रकार, मल्टी असेट फंड में निवेश अपेक्षाकृत अधिक टैक्स बचाने वाला होता है। यह भी पढ़ें: इसी महीने लिस्ट हुई इस कंपनी को हुआ 38 फीसदी का मुनाफा, जानें निवेशकों को कितना मिला है लाभांशमार्केट कैपिटलाइजेशन में मिलता है डाइवर्सिफिकेशन का लाभउनका कहना है कि जब आप मल्टी असेट फंड (Multi Asset Fund) में निवेश करते हैं तो आपको न केवल असेट क्लास डायवर्सिफिकेशन (Asset Class Diversification) मिलता है बल्कि बाजार पूंजीकरण में लार्ज-कैप (Large Cap), मिड-कैप (Mid Cap) और स्मॉल-कैप (Small Cap) निवेश करके डाइवर्सिफिकेशन भी प्राप्त किया जा सकता है। नतीजतन, आप यथायोग्य डाइवर्सिफिकेशन प्राप्त करने में सक्षम हो जाते हैं। यह शायद मल्टी असेट फंड का सबसे बड़ा लाभ है। मल्टी असेट फंड में, कुशल फंड मैनेजर (Fund Manager) निवेश पोर्टफोलियो को स्वचालित रूप से पुनर्संतुलित करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि एक्सपोजर असेट क्लास के सही सेट पर बना रहे। कैपिटल गेन टैक्स का करना होगा भुगतानउनके मुताबिक, एक निवेशक के रूप में, यदि आप अपने पोर्टफोलियो को पुनर्संतुलित या री-बैलेंसिंग करना चाहते हैं, तो आपको अपने निवेश को एक असेट क्लास में भुनाना होगा और फिर दूसरे असेट क्लास में पुन: आवंटित करना होगा। इसका मतलब यह है कि जब आप रिडीम करते हैं, तो आपको होल्डिंग अवधि के आधार पर शार्ट टर्म या लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (Capital Gain Tax) का भुगतान करना होगा।Loan By Whatsapp: इस नंबर पर ‘Hi’ वाट्सऐप करने भर से मिल जाएगा 10 लाख रुपये का लोन! Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐपलेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें Web Title : investing in multi asset fund gives many benefits, know what are its featuresHindi News from Navbharat Times, TIL Network

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